भारत में उपराष्ट्रपति का पद बहुत खास होता है। वह संसद के दोनों सदनों की बैठक को सही‑सही चलाता है और राष्ट्रपति के साथ कई काम करता है। अगर आप इस पोस्ट पर आए हैं तो शायद आपको चुनाव की तारीख, उम्मीदवारों या वोटिंग प्रक्रिया के बारे में जानकारी चाहिए। तो आइए सीधे बात करते हैं – कब होगा यह चुनाव, कौन-कौन लड़ेगा और आपके लिए क्या मायने रखता है?
अभी तक सभी नाम आधिकारिक तौर पर नहीं आए, लेकिन कई पार्टी ने अपने संभावित उम्मीदवारों के बारे में संकेत दे दिया है। कांग्रेस पक्ष अक्सर अनुभवी राजनेता या वरिष्ठ विधायकों को चुनता है, जबकि भाजपा बड़े नेताओं को प्राथमिकता देती है। कुछ स्वतंत्र विचारक और बौद्धिक भी इस पद की ओर देख रहे हैं क्योंकि उपराष्ट्रपति का कार्य बहुत संवेदनशील होता है। आप अपने पसंदीदा उम्मीदवार की प्रोफ़ाइल पढ़ सकते हैं – उम्र, राजनीति में अनुभव, पिछले काम‑धंधे आदि। इससे आपको समझ आएगा कि कौन आपका वोट जीत सकता है।
उपराष्ट्रपति का चुनाव पार्लमेंट के सदस्यों – यानी लोक सभा और राज्य विधानसभाओं के सभी सांसदों व विधायकों द्वारा किया जाता है। यह सीधे लोगों से नहीं, बल्कि उन चुने हुए प्रतिनिधियों से होता है। मतदान इलेक्ट्रॉनिक मशीन (EVM) या पेपर बैलट से हो सकता है, पर आजकल ज्यादातर एलेक्ट्रॉनिक प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि वो तेज़ और सुरक्षित होती है। वोटिंग के दिन जब आप अपने नाम देखेंगे तो बस अपना पसंदीदा उम्मीदवार चुनें और फॉर्म जमा कर दें।
अब सवाल उठता है – क्या इस चुनाव को देखना ज़रूरी है? बिल्कुल! उपराष्ट्रपति संसद की दोनो हाउसों में मध्यस्थ भूमिका निभाते हैं, इसलिए उनके विचार देश के कई बड़े फैसलों पर असर डालते हैं। अगर आप अपने प्रतिनिधियों से उम्मीदें रखते हैं तो इन चुनावों को समझना जरूरी है।
आपको यह भी जानना चाहिए कि मतदान का परिणाम कब घोषित होगा। सामान्य तौर पर वोटिंग के दो या तीन दिन बाद ही सभी गिनती हो जाती है और आधिकारिक घोषणा होती है। इस दौरान मीडिया में बहसें, सर्वेक्षण और विश्लेषण देखेंगे – इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कौन जीत सकता है।
यदि आप अपने क्षेत्र के सांसदों की सूची नहीं जानते तो इसे जल्दी से खोज लें। यह जानकारी सरकारी पोर्टल या स्थानीय समाचार पत्र में मिलती है। याद रखें, आपका वोट आपके प्रतिनिधियों द्वारा दिया जाता है, इसलिए उनके काम को नज़र में रखना ज़रूरी है।
आखिरकार, उपराष्ट्रपति चुनाव सिर्फ एक राजनैतिक घटना नहीं, बल्कि लोकतंत्र की स्वस्थ प्रक्रिया का हिस्सा है। इस टैग पेज पर आपको ताज़ा खबरें, उम्मीदवारों की प्रोफ़ाइल और मतदान से जुड़ी सभी जानकारी मिलती रहेगी। जब भी नया अपडेट आएगा, यहाँ पढ़ेंगे तो आप हमेशा अपडेटेड रह पाएँगे।
तो अगली बार जब चुनाव का दिन निकट आए, याद रखें – यह सिर्फ वोट नहीं, बल्कि आपके देश के भविष्य की दिशा तय करने वाला एक बड़ा कदम है।
INDIA गठबंधन ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज B सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे वैचारिक लड़ाई बताया। रेड्डी का मुकाबला NDA के उम्मीदवार CP राधाकृष्णन से होगा। नामांकन 21 अगस्त तक, मतदान 9 सितंबर को होगा। विपक्ष तटस्थ दलों BRS, YSRCP और TDP से समर्थन मांग रहा है।
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