स्मृति मंडाना एक टिप्पणीकार, क्रिकेट मैचों के दौरान टीवी और रेडियो पर खेल की जानकारी, विश्लेषण और भावनाएँ साझा करने वाली व्यक्ति। यह भी जाना जाता है क्रिकेट विश्लेषक, और भारतीय महिला क्रिकेट के विकास में उनकी भूमिका अनदेखी नहीं की जा सकती। उन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा खेल की गहराई को समझाने में बिताया है, खासकर उन महिलाओं के लिए जिनकी आवाज़ अक्सर नज़रअंदाज़ की जाती है।
2025 में, उन्होंने कोलंबो में बांग्लादेश-पाकिस्तान ODI मैच के दौरान "आज़ाद कश्मीर" कहने के लिए भारी आलोचना का सामना किया। इस शब्द को कई लोगों ने राजनीतिक माना, लेकिन स्मृति ने इसे केवल भूगोलिक संदर्भ के रूप में बताया। फिर भी, वुमेन्स ODI विश्व कप 2025 के लिए उन्हें टिप्पणीकार पद पर बरकरार रखा गया। यह फैसला टीवी चैनलों के लिए एक संकेत था कि आवाज़ की स्वतंत्रता, भले ही वह विवादित हो, खेल की असली तस्वीर बनाने में महत्वपूर्ण है।
स्मृति की टिप्पणी का असली दम उनकी अनुभवी नज़र में है। वे सिर्फ रन या विकेट नहीं बतातीं, बल्कि खिलाड़ियों के मन की हालत, टीम के रणनीतिक बदलाव, और यहाँ तक कि दर्शकों की भावनाओं को भी समझाती हैं। उनकी बातचीत में वह सादगी है जो नए फैन्स को भी खेल से जोड़ देती है। उनके लिए क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक समाज का दर्पण है।
इस बारे में जानने के लिए आपको कितनी खबरें मिली हैं — कैसे एक टिप्पणीकार की एक बात ने पूरे देश में बहस छेड़ दी, कैसे उनकी विश्वसनीयता ने उन्हें विवाद के बीच भी बरकरार रखा, और कैसे उनकी आवाज़ ने महिला क्रिकेट को एक नए दर्जे पर ले जाने में मदद की। यहाँ आपको उनके साथ जुड़े हर बड़े मौके, टीवी बयान, और उनके विचारों के साथ जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट्स मिलेंगी।
बारिश‑से‑बाधित मैच में भारत महिला टीम ने 53 रनों से जीत कर 2025 विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में जगह पक्की की, Smriti Mandhana और Pratika Rawal की शतक साझेदारी ने बनाया इतिहास।
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