जब Harmanpreet Kaur, कप्तान भारत महिला क्रिकेट टीम ने ड्रॉप्ड रेन के बीच न्यूज़ीलैंड को 53 रन से हराया, तो सभी के चेहरे पर एक झटके जैसा लगा। यह जीत ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के ग्रुप‑सेक्शन में भारत को सेमीफ़ाइनल में जगह दिला गई, और इस तरह 2017 के बाद पहली बार टीम चौथी पोजीशन पर पहुँच गई।
दुबई में स्थित इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 1 अक्टूबर से 15 नवंबर तक भारत के विभिन्न स्टेडियमों में इस 10‑टीम वाले टूर्नामेंट का संचालन किया। समूह में भारत, न्यूज़ीलैंड, स्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, साउथ अफ़्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने भाग लिया। भारत ने शुरुआती दो मैच (श्रीलंका और पाकिस्तान) साफ‑साफ जीत कर तालिया बजाने को मजबूर कर दिया, परन्तु साउथ अफ़्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ हुए तीन तंग हार ने टीम को तनाव में डाल दिया। इस बीच न्यूज़ीलैंड 8 अंक लेकर टॉप पर थी, जबकि भारत के पास 6 अंक थे। दोनों टीमों के पास अभी भी एक‑एक मैच बाकी था – भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ खेलना था, और न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड के विरुद्ध।
मैच 23 अक्टूबर को DY Patil Stadium, नवी मुंबई, महाराष्ट्र में शुरू हुआ। बारिश ने पहला ओवर कट दिया, जिससे भारतीय पिच के लक्ष्य 49 ओवर तक घटा दिया गया। भारत ने जल्दी ही अपना दांव खेला – ओपनर Smriti Mandhana (26, उप‑कप्तान) और Pratika Rawal (24) ने मिलकर दो‑शतक का साझेदारी बनायी। मंडाना ने 108 रन बनाये, जबकि रावाल ने 102 रन पर जल्दी ही तालियों को रोका।
मध्य क्रम में Jemimah Rodrigues (25) को नंबर‑3 पर धकेल दिया गया; उन्होंने 76* नॉट‑आउट बनाकर स्कोरबोर्ड पर पावर प्ले जारी रखा। भारत ने कुल 340/3 का शानदार टोटल बनाया – यह 49 ओवर में अभी भी 6.93 रन/ओवर की दर है।
इसी बीच, दोबारा बारिश ने खेल को 44 ओवर तक घटा दिया और DLS ने न्यूज़ीलैंड को 325 रन का लक्ष्य दिया। न्यूज़ीलैंड की फॉर्म एकदम जमी हुई सी रही – Brooke Halliday (28) ने 81 रन और Izzy Gaze (22) ने 65* बनाकर टीम को बचाने की कोशिश की, पर अंत में 271/8 पर दिगऽभावन चक्रव्यूह में फंसे।
अंत में DLS के हिसाब से भारत ने 53 रन से जीत दर्ज की। यह दांव जीत के तुरंत बाद Smriti Mandhana ने "बड़ी राहत" का इजहार किया: “पिछले तीन मैचों में हम कतराते रहे, पर आज का जीत हमें नई ऊर्जा देगी,” उन्होंने कहा।
मैच में कुल 15 चौके और 5 छक्के हुए, जबकि विकेट‑कीपिंग में G. S. Lakshmi ने दो विकेट ले कर टीम को समर्थन दिया। उम्बर्स Richard Kettleborough (इंग्लैंड) और Nitin Menon (भारत) ने तेज़ी से निर्णय लिये, जिससे खेल की गति बनी रही।
क्रिकेट विश्लेषक रवींद्र सिंह (ESPN) ने कहा, “भारत की बैटिंग लाइन‑अप ने बारिश के बाद भी अपना दबाव नहीं खोया। दो शतकों का साझेदारी ही बड़ी बात थी, क्योंकि DLS नियम में रेन‑सेट टार्गेट का ड्रेसिंग हमेशा चुनौतीपूर्ण रहता है।” सख़्त‑समीक्षक ने आगे बताया कि भारत की नेट‑रन‑रेट अब 1.45 है – यह ग्रुप‑स्टेज में अब तक का सबसे ऊँचा अंक है।
दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड की कप्तान Sophie Devine (33) ने हताशा के साथ कहा, “हमें जीतने की ज़रूरत थी, लेकिन थोड़े‑से छोटे‑छोटे फैसलों ने हमें पीछे खींचा।” उन्होंने आगे कहा कि टीम अभी भी ग्रुप‑मैच के बाद अपनी रणनीति पर काम कर रही है, क्योंकि अगले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ उनका रास्ता खुला हुआ है।
भारत के अगले समूह‑मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 26 अक्टूबर को खेलना है। हालांकि, जीत या हार चाहे जिससे भी हो, भारत के नेट‑रन‑रेट की वजह से उसे सेमीफ़ाइनल में जगह पक्की है। सेमीफ़ाइनल में भारत का सामना या तो ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम या साउथ अफ़्रीका महिला क्रिकेट टीम से होगा, क्योंकि दोनों टीमें क्वार्टर‑फ़ाइनल में बेहतर प्रदर्शन कर चुकी हैं।
कुल मिलाकर, इस जीत ने भारतीय प्रशंसकों को आशा की नई लकीर दिखा दी है। यदि टीम इस उंचाइ पर बनी रहे, तो 2025 के विश्व कप को एक ऐतिहासिक अध्याय बना दिया जाएगा – और शायद 2027 में आने वाले बड़े टूर्नामेंटों में भी एक मजबूत आधार तैयार हो जायेगा।
सेमीफ़ाइनल में जगह पक्की होने से टीम को आराम मिल गया है, जिससे वे अगले ग्रुप‑मैच के दबाव के बिना रणनीति बना सकते हैं। नेट‑रन‑रेट में सुधार के साथ भारत को आगे के टोकन‑मैचों में मनोवैज्ञानिक बढ़त भी मिली है।
ओपनर Smriti Mandhana और Pratika Rawal ने मिलकर दो शतकों की साझेदारी बनायी, जो उस लक्ष्य को हासिल करने की रीढ़ रही। उनके अलावा Jemimah Rodrigues की नॉट‑आउट 76 भी महत्वपूर्ण थी।
भले ही भारत बांग्लादेश से हारता, लेकिन उसके नेट‑रन‑रेट की बड़ी बफ़र के कारण वह फिर भी सेमीफ़ाइनल में पहुँच जाता, क्योंकि न्यूज़ीलैंड की जीत पर उसके अंक बराबर होते और टाई‑ब्रेकर में भारत आगे रहता।
सेमीफ़ाइनल में भारत या तो ऑस्ट्रेलिया या साउथ अफ़्रीका के खिलाफ खेलेगा, क्योंकि दोनों टीमों ने क्वार्टर‑फ़ाइनल में अपनी जगह सुरक्षित की है। दोनों ही टीमें तेज़ गेंदबाज़ी और गहरी बैटिंग के लिए जानी जाती हैं, जिससे मैच रोचक रहेगा।
यदि दो टीमों के अंक बराबर हों, तो पहले हेड‑टू‑हेड रिकॉर्ड देखा जाता है, फिर ग्रुप‑मैच में नेट‑रन‑रेट, और अंतिम विकल्प के तौर पर उच्च‑रैंक वाली टीमों के खिलाफ़ परफॉर्मेंस। भारत ने इस मैच में अपने नेट‑रन‑रेट को बढ़ाकर टाई‑ब्रेकर को अपने पक्ष में ले लिया।
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Vaishali Bhatnagar
भारत की जीत ने सभी को हँसी और आँसुओं के बीच एक सुखद झटका दिया 😊 टीम का आत्मविश्वास अब बहुत ऊँचा दिख रहा है साथ ही बैटिंग लाइन‑अप की ताकत साफ़ दिख रही है हर खिलाड़ी ने अपना मन लगा दिया है ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट का मज़बूत आधार भी है