हर साल भारत सरकार नया वित्तीय योजना पेश करती है, जिसे हम सब ‘संघीय बजट’ कहते हैं। यह सिर्फ राजकोष का हिसाब नहीं, बल्कि रोज‑मर्रा की ज़िन्दगी पर असर डालने वाला बड़ा फैसला होता है। अगर आप समझना चाहते हैं कि इस बजट में क्या नया है और वह आपके घर को कैसे छुएगा, तो आगे पढ़ें।
सबसे पहले देखें तो दो चीज़ें हर बजट में सामने आती हैं – आय (Revenue) और खर्च (Expenditure)। इस साल सरकार ने कर संग्रह को 5 % बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, खासकर डिजिटल सेवाओं और एटीएम लेन‑देनों पर नई टैक्स दरें लगाकर। साथ ही, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास के लिए कुल मिलाकर ₹2.5 लाख करोड़ अतिरिक्त बजट दिया गया है।
दूसरा बड़ा भाग ‘वित्तीय लक्ष्य’ का होता है – जैसे कि कर्ज़ कम करना, सूक्ष्म उद्यमों को सब्सिडी देना या कृषि में नई तकनीक लाना। इस बार कृषि को ₹1.2 लाख करोड़ की सहायता मिलेगी और छोटे किसान के लिए किफायती ऋण सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। इन कदमों से सीधे खेत‑खलिहान वाले किसानों को फायदा होगा।
अब सवाल यही है कि ये सब आपके जिबे में कैसे उतरता है? अगर आप मध्यम वर्ग के घर में रहते हैं, तो सबसे पहला बदलाव आपका टैक्स स्लैब हो सकता है। सरकार ने 30‑40 % आय वाले लोगों के लिए छूट बढ़ा दी है, जिससे कई परिवारों का कर बोझ हल्का होगा।
दूसरी ओर, यदि आप छात्र या नौकरी की तलाश में हैं, तो शिक्षा सेक्टर को मिलने वाला अतिरिक्त फंड स्कॉलरशिप और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के रूप में दिखेगा। इससे नई नौकरियों की संभावनाएँ बढ़ेंगी और रोजगार बाजार थोड़ा ठहराव से बाहर निकलेगा।
बजट में स्वास्थ्य पर भी काफी खर्च किया गया है – खासकर ग्रामीण अस्पतालों, दवा मूल्य नियंत्रण और टेली‑मेडिसिन के लिए फंड आवंटित हुआ है। इसका मतलब यह है कि छोटे शहर या गांव वाले लोग अब बेहतर डॉक्टर से मिल सकते हैं, बिना बड़े शहर जाने की ज़रूरत के।
बजट का एक अहम हिस्सा ‘डिजिटल इंडिया’ पर भी खर्च है। अगर आप स्मार्टफोन या इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं तो इस साल डेटा प्लान्स सस्ते हो सकते हैं और नई तकनीकें जल्दी उपलब्ध होंगी। सरकार का लक्ष्य डिजिटल बुनियादी ढाँचा मजबूत करना है, जिससे ई‑कॉमर्स, ऑनलाइन शिक्षा और काम के नए अवसर खुलेंगे।
अंत में, यह याद रखें कि बजट सिर्फ कागज पर नहीं रहता; इसका असर हमारे रोज़मर्रा की ख़र्ची से लेकर भविष्य की बचत तक होता है। इसलिए जब अगली बार समाचार चैनल या वेबसाइट ‘संघीय बजट’ दिखाए, तो केवल शीर्षक न पढ़ें – उन मुख्य बिंदुओं को नोट करें जो आपके जीवन में बदलाव ला सकते हैं।
यदि आप इस बजट के बारे में और गहराई से जानना चाहते हैं, तो हमारे साइट पर प्रकाशित अन्य लेखों को देखें जहाँ प्रत्येक सेक्टर का विस्तृत विश्लेषण दिया गया है। आपका सवाल, हमारी ज़िम्मेदारी – मिलकर समझें बजट, बनायें बेहतर कल।
वित्त वर्ष 2025 के संघीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आगामी फरवरी में पेश होने वाले नवीनतम नीतियों का आकलन है। इस बजट से मध्यम वर्ग को राहत देने की उम्मीद है, जो उच्च कीमतों और ठहरावकारी वेतन से जूझ रहा है। संभावित बदलावों में आयकर स्लैब्स में परिवर्तन, मानक कटौती में वृद्धि, और 87A छूट में वृद्धि शामिल हैं।
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