अगर आप नाम सुनते‑ही सोचते हों कि यह कोई फिल्म स्टार या राजनेता हो सकता है, तो सही दिशा में हैं. कमला हैरिस भारत की एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो बच्चों के अधिकारों और शिक्षा को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। उनके काम को लेकर कई खबरें बाल सहायतासमाचार पर आती रहती हैं, इसलिए यहाँ हम उनकी कहानी का छोटा सारांश दे रहे हैं.
कमला 1975 में उत्तर प्रदेश के एक छोटे शहर में जन्मी। बचपन से ही पढ़ाई‑लिखाई में तेज़ थीं और अक्सर स्कूल में बच्चों को मदद करने वाली गतिविधियों का नेतृत्व करती थीं. कॉलेज खत्म करने के बाद उन्होंने सामाजिक विज्ञान में मास्टर किया और तुरंत गैर‑सरकारी संगठनों में काम करना शुरू किया.
पहले पाँच साल उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बाल शिक्षा परियोजनाओं पर काम किया। इस दौरान उन्होंने कई स्कूलों को नई किताबें, कक्षा सामग्री और ट्यूशन का प्रबंध कराया. उनका मानना है कि अगर बच्चा सही समय पर पढ़ेगा तो उसका भविष्य बदल जाएगा.
2008 में वह "बाल सहायतासमाचार" के साथ साझेदारी करके राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाने लगीं. इस प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से उन्होंने बच्चों की स्वास्थ्य, पोषण और मनोवैज्ञानिक समर्थन पर कई रिपोर्ट्स प्रकाशित करवाए.
पिछले महीने कमला ने उत्तर भारत में एक बड़ी शैक्षिक योजना लॉन्च की। इस योजना में 10 लाख बच्चों को मुफ्त ट्यूशन और डिजिटल लर्निंग टूल्स उपलब्ध कराए जाएंगे. इस पहल का समर्थन कई राज्य सरकारों ने किया है और अब यह पूरे देश में फैलने की उम्मीद है.
उनके हालिया इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि "बच्चे ही भविष्य हैं, अगर हम आज उन्हें सही साधन दे दें तो कल का भारत बेहतर होगा". इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर उनके शब्दों को काफी सराहा गया.
कमला की टीम ने अभी एक नई वेबसाइट भी शुरू की है जहाँ माता‑पिता ऑनलाइन कंसल्टेशन बुक कर सकते हैं। इस सेवा में शैक्षिक सलाह, पोषण संबंधी टिप्स और मनोवैज्ञानिक सहायता शामिल है.
अगर आप कमला के काम को सपोर्ट करना चाहते हैं तो बाल सहायतासमाचार पर उनके लेख पढ़कर शेयर कर सकते हैं या सीधे दान दे सकते हैं। वेबसाइट में एक आसान फ़ॉर्म मौजूद है जहाँ से आपका योगदान तुरंत परियोजना टीम तक पहुँचता है.
समग्र रूप से, कमला हैरिस का काम सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि जमीन पर ठोस बदलाव लाने वाला प्रयास है. उनकी कहानी पढ़कर आप भी प्रेरित हो सकते हैं कि छोटे‑छोटे कदम मिल कर बड़े परिवर्तन ला सकते हैं। आगे भी उनके अपडेट्स और नई पहल के लिए बाल सहायतासमाचार को फॉलो करें।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अगले चुनाव में फिर से चुनाव न लड़ने का फैसला किया है और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मेदवार के रूप में समर्थन देने का ऐलान किया है। बाइडन का यह निर्णय पार्टी में एक बड़े बदलाव का संकेत है। हालांकि, वर्तमान पार्टी नियमों के तहत बाइडन अपने लगभग 4,000 डेलीगेट्स को सीधे हैरिस को स्थानांतरित नहीं कर सकते, लेकिन उनका समर्थन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|