जब भी आप मैदान पर देखते हैं, तो सबसे ज़्यादा ध्यान अक्सर फॉरवर्ड या मिडफ़ील्ड पर रहता है। लेकिन असली जीत का गुप्त हथियार गोलकीपर होता है। वह सिर्फ शॉट रोकता नहीं, बल्कि टीम को आत्मविश्वास देता है और खेल की रचना बदल सकता है। इस लेख में हम समझेंगे कि गोलकीपर क्या करता है, किन चीज़ों का ध्यान रखे और कैसे रोज़ाना प्रैक्टिस से बेहतर बनें।
सबसे पहले बात करते हैं उन कामों की जो हर गोलकीपर को करने पड़ते हैं। पहला है शॉट स्टॉप करना – चाहे वह हाई बॉन्ड, लो बॉल या पेनल्टी हो, लक्ष्य को रोकना उसकी प्राथमिकता है। दूसरा है डिफेंस को ऑर्गनाइज़ करना; बचाव में लाइन बनाना और फॉरवर्ड्स को संकेत देना उसके काम का हिस्सा है। तीसरा है गेंद को जल्दी से खेल में लाना, यानी बॉल किक या थ्रो के ज़रिए अटैक शुरू करना। इन तीन चीज़ों पर ध्यान देने से टीम की रक्षा मजबूत होती है और विपक्षी को दबाव महसूस होता है।
अगर आप खुद गोलकीपर बनना चाहते हैं या अपनी तकनीक सुधरनी है, तो रोज़ाना दो‑तीन चीज़ों पर काम करें। 1️⃣ डाइव रिफ्लेक्सेज़: दीवार के सामने बॉल मारें और तुरंत फेफड़े की तरह झपटें, इससे तेज़ प्रतिक्रिया विकसित होती है। 2️⃣ हैंड-इंडिकेशन ड्रिल: दो हाथों से अलग‑अलग बॉल पकड़ें, फिर एक ही सेकंड में दूसरी तरफ बदलें – यह दोनों हाथों की ताकत बराबर करता है। 3️⃣ पोजीशनिंग अभ्यास: छोटे कोन या मार्कर रख कर गोल लाइन पर सही दूरी बनाएं, इससे आप पेनल्टी या फ्री किक में बेहतर एंगल पा सकेंगे।
इन बेसिक ड्रिल्स के साथ-साथ फिटनेस का ख़्याल रखें – एगाइलिटी, स्ट्रेंथ और स्टैमिना सब ज़रूरी हैं। हर हफ्ते कम से कम दो बार जॉगिंग या साइक्लिंग करें, और कोर एक्सरसाइज़ जैसे प्लैंक या लेग रेज़ जोड़ें। याद रखिए, गोलकीपर का काम केवल हाथों से नहीं, पैर भी उतनी ही अहम होते हैं।
आखिर में एक बात बताना चाहूँगा – हर महान गोलकीपर की कहानी अलग होती है, पर उनका मूल मंत्र वही रहता है: निरंतर प्रैक्टिस और खुद को भरोसा रखना। चाहे आप स्थानीय क्लब के युवा खिलाड़ी हों या प्रोफेशनल लीग में खेलते हों, ऊपर बताए टिप्स अपनाने से आपका बचाव स्तर बढ़ेगा और टीम में आपकी क़ीमत भी बढ़ेगी। अब देर न करें, आज ही ट्रेनिंग शुरू करें और गोलकीपर की दुनिया में अपना नाम बनाएं!
मिलवाल एफसी और मोंटेनेग्रो की राष्ट्रीय टीम के 29 वर्षीय गोलकीपर मतीजा सार्किच का दुखद निधन हो गया। बुडवा में अपने अपार्टमेंट में 15 जून को वे बेहोश हो गए थे। सार्किच पहले वॉल्वरहैम्प्टन वांडरर्स, एस्टन विला, बर्मिंघम सिटी और स्टोक सिटी के लिए भी खेल चुके थे।
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