एक्शन सीक्वेंस वो दृश्य होते हैं जहाँ तेज़ी, धड़कन बढ़ाने वाले मूवमेंट और जबरदस्त साउंड इफ़ेक्ट्स मिलते हैं। चाहे कार की रेस हो, लड़ाई का संग्राम या कोई हाई‑टेक गैजेट, इन सीन में अक्सर मॉलिक्यूलर टेम्पो और एडेवनचर का संचार होता है। यही कारण है कि जब भी कोई एक्शन सीन शुरू होता है, दर्शकों की आँखें और कान दोनों ऑन‑फोकस हो जाते हैं।
इन्हें सिर्फ ‘एक्शन’ नहीं बल्कि ‘सीक्वेंस’ कहा जाता है क्योंकि ये अक्सर कई छोटे‑छोटे शॉट्स को जोड़ कर एक बड़ी कहानी बनाते हैं। अगर आप एक फ़िल्म को सिर्फ कथा के कारण देख रहे हैं, तो भी एक्शन सीक्वेंस आपको सीट से उठाकर कहने पर मजबूर कर देगा – ‘ये सीन तो देखना ही था!’
बॉलीवुड ने पिछले दो दशकों में कई ऐसे पल दिए हैं जो लंबी उम्र तक चर्चित रहेंगे। ‘धूम’ की हाई‑स्पीड बाइक्स पर्स्यूट, ‘बाहुबली’ की पैंतरेबाज़ सीन, ‘वार’ में टॉम कॉलिन्स की ड्रोन चेज़, या फिर ‘गली बौंड’ की सड़कों पर फेंकी गई पंखूड़ी लड़ाई – सब के सब एक्शन का मोज़ा हैं। इन सीन में स्टंट्स, VFX और संगीत का सही तालमेल दर्शक को पूरी फिल्म से जुड़ा रखता है।
सिर्फ बड़े बजट वाली फिल्में ही नहीं, छोटे प्रोजेक्ट भी अब एक्शन में आगे हैं। ‘सेलुलर’ की रूटीन सर्किट में बिजली का खेल या ‘संजू' की गली में बस-स्टॉप फाइट, ये सभी छोटे‑छोटे सीक्वेंस बड़े असर से दर्शकों को बांधते हैं।
1. थिएटर का साउंड: सॉन्ग और बूम का माइक्रोफ़ोन्स से बजता असर घर पर नहीं मिल पाता। अगर संभव हो तो दुप्पट्ट मूवी थियेटर जाएँ जहाँ 5.1 सराउंड साउंड हो।
2. सही स्क्रीन: बड़ी स्क्रीन पर विलुप्त डिटेल्स नहीं खोते। पिक्सेल‑क्लियर स्क्रीन में स्टंट की हर लड़ी देखना मज़ा बढ़ाता है।
3. पॉपकॉर्न नहीं, फोकस रखें: एक्शन सीन में अक्सर छोटे‑छोटे इशारे या क्लू होते हैं जो कहानी में अहम होते हैं। यदि आप पूरी फ़िल्म का मज़ा लेना चाहते हैं तो सिर्फ पॉपकॉर्न नहीं, पूरे सीन पर दिमाग लगाएँ।
4. रीप्ले फ़ंक्शन का उपयोग: ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर रिव्यू या रीप्ले मोड में उन हिस्सों को दोबारा देखें जहाँ वर्क़आउट या स्टंट का रजत-पूरित विवरण हो।
5. फ़िल्म की बैकग्राउंड पढ़ें: कभी‑कभी एक्शन सीन का मतलब सिर्फ शो नहीं, बल्कि फ़िल्म की थीम या पात्र के विकास से जुड़ी होती है। पूर्व में कुछ शोध करें या कहानी के रिव्यू पढ़ें, तो सीन की क़ीमत आपके मन में दो गुनी हो जाएगी।
इन आसान टिप्स को अपनाकर आप किसी भी एक्शन फ़िल्म को नई रोशनी में देख पाएँगे। चाहे आप ‘बॉलीवुड’ के फैन हों या ‘हॉलीवुड’ के, एक्शन सीक्वेंस हमेशा मज़ेदार, रोमांचक और कभी‑नहीं भूलने वाला होता है।
तो अगली बार जब आप सिनेमा जाएँ, तो इन टिप्स को याद रखें और उस पलक झपके में छिपे हर एक्शन को पूरी तरह से महसूस करें।
हालिया खोजों में The Lallantop के उस लेख का पता नहीं चल पाया जहाँ हॉलीवुड के एक एक्शन डाइरेक्टर ने कंटारा चैप्टर 1 के एक्शन को सप्रेम सराहा था। इस खबर के अभाव में हम फिल्म की मौजूदा समीक्षाएँ, ट्रैiler प्रतिक्रिया और संभावित टिप्पणी की बात कवर करेंगे।
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