क्रिसमस – त्योहार की ख़ुशियों और खबरें

हर साल दिसंबर के आख़िरी हफ्ते में जब सर्दी का मौसम छाया रहता है, घर‑घर में रोशनियाँ झिलमिलाने लगती हैं। यही वो समय होता है जब दुनिया भर में लोग क्रिसमस मनाते हैं और भारत में भी इस त्योहार की धूम बढ़ जाती है। अगर आप इस पेज पर आए हैं तो शायद आप चाहते हों कि कैसे इस उत्सव को अपने परिवार के साथ खास बनाएं, क्या नया ट्रेंड है या फिर कौन‑सी खबरें सबसे ज़्यादा चर्चा में हैं। यहाँ आपको सभी चीज़ें एक जगह मिलेंगी – रिवाज, उपहार सुझाव, और भारत में हुए हालिया कार्यक्रमों की जानकारी।

क्रिसमस के मुख्य रिवाज़

सबसे पहले बात करते हैं उन परम्पराओं की जो हर साल दोहराई जाती हैं। अधिकांश भारतीय घरों में क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे पहला काम होता है। आप सादा पाइन या artificial ट्री चुन सकते हैं, फिर उसमें लाइट, मोती और रंग‑बिरंगे ornaments लगाएँ। अगली tradition है ‘क्रिसमस ईव’ पर रात के खाने में special dishes तैयार करना – जैसे कि बेक्ड चिकन, मीट लोफ़, और मिठाइयों में प्लेड (प्लेड) या कुकीज़।

धार्मिक तौर पर कई लोग सेंट नाइस की कहानी सुनते हैं और चर्च में मिस्सा में भाग लेते हैं। अगर आप बड़े शहरों में रहते हैं तो अक्सर खुली जगहों पर क्रिसमस मार्केट लगते हैं, जहाँ हाथ से बने गिफ्ट्स, सजावटी आइटम और गरमा‑गरम पेय मिलते हैं। इन बाज़ारों का मज़ा ले सकते हैं, खासकर बच्चों को सैंटा क्लॉज़ के साथ फोटो खिंचवाना बहुत पसंद आता है।

क्रिसमस 2024 में क्या खास?

इस साल कई बड़े ब्रांड्स ने अपने प्रोडक्ट लॉन्च और सेल का टाइमिंग बिल्कुल क्रिसमस से पहले कर दिया है। ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर ‘क्रिसमस डील’ टैग के साथ इलेक्ट्रॉनिक गेजेट, फ़ैशन आइटम और घर की सजावट पर 30‑40% तक छूट मिल रही है। अगर आप बजट में रहकर उपहार देना चाहते हैं तो इस सीज़न में रिवॉर्ड पॉइंट्स का उपयोग करके डिस्काउंट को और बढ़ा सकते हैं।

सुरक्षा के मामले में भी कुछ नया ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना के बाद कई शहरों ने भीड़‑भाड़ वाले इवेंट्स में एंटी‑बैक्टीरियल हेंड सॉल्यूशन और मास्क का नियम लागू किया है। घर पर ही गिफ्ट रैप करने की कला फिर से ट्रेंडी हो रही है – आप recycled paper या eco‑friendly बॉक्स इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे पर्यावरण को भी मदद मिलती है।

यदि आप बाहर घूमना चाहते हैं तो कई मॉल और थीम पार्क ने ‘क्रिसमस लाइट फेस्टिवल’ आयोजित किया है। यहाँ पर बड़े‑बड़े LED डिस्प्ले, संगीत शो और फ़्री एंटरटेनमेंट होते हैं। इन इवेंट्स में अक्सर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रोग्राम भी दिखाए जाते हैं, जिससे त्योहार का माहौल और रंगीन हो जाता है।

अंत में एक छोटा टिप: अगर आप अपने रिश्तेदारों को कुछ खास देना चाहते हैं तो व्यक्तिगत संदेश वाला फोटो फ्रेम या कस्टम मैगज़िन बनवाएँ। इससे गिफ्ट की वैल्यू बढ़ती है और यादें भी लम्बी रहती हैं।

तो अब जब आपके पास सभी जरूरी जानकारी है, तो बस एक बार अपने कैलेंडर में ‘क्रिसमस’ चिह्नित करें और इस साल को सबसे खुशहाल बनाएं। चाहे घर पर ही मनाएँ या बाहर की रौशनी में टहलें, याद रखें कि असली खुशी तब आती है जब हम इसे दूसरों के साथ बाँटते हैं।

NORAD का सांता ट्रैकर: एक पारंपरिक क्रिसमस अनुभव की अनकही कहानी

NORAD का सांता ट्रैकर: एक पारंपरिक क्रिसमस अनुभव की अनकही कहानी

NORAD का सांता ट्रैकर, जो 1955 में कर्नल हैरी शूप द्वारा अनजाने में शुरू किया गया था, अब एक विश्व प्रसिद्ध क्रिसमस परंपरा बन गया है। इसे 70 से अधिक कंपनियों द्वारा समर्थन किया जाता है, और इसमें 1000 से अधिक स्वयंसेवक शामिल होते हैं। दिसंबर 24 की सुबह से लेकर 25 की सुबह तक यह ट्रैकर सांता के यात्रा पथ को दर्शाता है।

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