दिल का दौरा – सबकुछ जो आपको जानना चाहिए

अगर आप या आपका कोई करीबी अचानक छाती में दर्द या साँस लेने में दिक्कत महसूस करे तो यह दिल के दौरे की निशानी हो सकती है। इस पेज पर हम सरल भाषा में लक्षण, बचाव और ताज़ा खबरें बता रहे हैं ताकि आप तुरंत सही कदम उठा सकें।

लक्षण और चेतावनी संकेत

सबसे आम संकेत छाती में दबाव या जकड़न जैसा महसूस होना है, अक्सर यह दर्द बाएँ हाथ या जबड़े तक फैला सकता है। साथ ही पसीना आना, उल्टी की इच्छा या सिर घुमा जाना भी हो सकता है। इन सबको हल्के में न लें—ये संकेत शरीर का अलार्म हैं।

कुछ लोगों को अचानक थकान या बेहोशी जैसा अनुभव होता है, खासकर जब रक्तचाप बहुत नीचे चला जाए। अगर आप तेज़ी से सांस ले रहे हों और दिल की धड़कन अनियमित लग रही हो तो तुरंत मदद माँगे। ये छोटे-छोटे संकेत अक्सर बड़े खतरे का पूर्वसतर्क होते हैं।

खतरनाक कारणों में उच्च रक्तचाप, मोटापा, धूम्रपान और तेज़ तनाव शामिल हैं। अगर इनमें से कोई भी बात आपकी ज़िंदगी में है तो दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए रोज़ाना अपनी लक्षणों पर नजर रखें और डॉक्टर को दिखाएँ।

रोकथाम व तुरंत मदद

दौरा शुरू होते ही सबसे पहला कदम है आराम से बैठना या लेटना, फिर गहरी साँसें लेकर दिल की धड़कन को स्थिर करने की कोशिश करें। अगर आप अकेले हों तो तुरंत 108 पर कॉल करें और स्थिति बतायें। मदद आने तक खुद को शांत रखें; घबराहट दिल की धड़कन तेज़ कर सकती है।

एंटीप्लेटलेट या रक्त पतला करने वाली दवाएं डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही लेनी चाहिए। आपातकालीन किट में एसीसी (CPR) सीखना भी फायदेमंद है, क्योंकि कभी‑कभी सीपीआर जीवन बचा सकता है।

लंबे समय की रोकथाम में नियमित व्यायाम और संतुलित आहार बहुत मददगार होते हैं। हर रोज़ 30 मिनट तेज चलना या साइकिल चलाना रक्तसंचार बेहतर करता है। नमक, तले हुए भोजन और मीठा कम करें; फल और सब्जियों को अपनी थाली का आधा हिस्सा बनायें।

डॉक्टर से साल में दो बार चेक‑अप कराएँ, खासकर अगर परिवार में दिल की बीमारी रही हो। रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के स्तर को जानना शुरुआती पहचान में मदद करता है। जरूरत पड़े तो दवा का सही समय पर सेवन करें।

अंत में एक आसान टिप: हर सुबह 5‑10 मिनट स्ट्रेचिंग या योग करने से तनाव कम होता है और दिल स्वस्थ रहता है। छोटे‑छोटे बदलाव बड़े फ़ायदे दे सकते हैं, बस शुरुआत करनी होती है।

गुरुग्राम के बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का 45 वर्ष की आयु में निधन, हरियाणा की राजनीति में अपूरणीय क्षति

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गुरुग्राम के बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का 25 मई 2024 को दिल का दौरा पड़ने से 45 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने 2019 में भाजपा के उम्मीदवार को हराकर सीट जीती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। दौलताबाद अपने क्षेत्र में किए गए कामों के लिए जाने जाते थे।

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