रेयाल मैड्रिड ने एस्पेनयॉल के खिलाफ एक शानदार जीत दर्ज की, जिसमें विनिसियस जूनियर और केलियन एम्बाप्पे की प्रमुख भूमिका रही। मैच की शुरुआत में मैड्रिड की टीम संघर्ष करती हुई नजर आई। एस्पेनयॉल ने कड़ा मुकाबला दिया और कुछ मौकों पर गोल के बिलकुल करीब पहुंच गए, जिसका सबसे अच्छा उदाहरण था एमिलियो का शॉट जो बार में जाकर टकराया।
मैच के पहले हाफ में हालांकि, रेयाल मैड्रिड के खिलाड़ी अपेक्षाकृत अनाथरीत से दिखे। किसी बड़े अवसर को सृजित करने में वे असमर्थ थे। लेकिन जैसे ही कार्लो एंसीलोटी ने विनिसियस जूनियर को मैदान में उतारा, खेल का रुख बदल गया। विनिसियस की आँधी ने एस्पेनयॉल की रक्षा को हिला दिया।
मैच के 60वें मिनट में विनिसियस ने अपनी तेज गति और कुशलता से टीम के लिए एक महत्वपूर्ण पेनल्टी जीती। उन्होंने न केवल पेनल्टी जीती, बल्कि उसे सफलता से कन्वर्ट भी किया। यह गोल रेयाल मैड्रिड को बढ़त दिलाने वाला था। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
इसके बाद केलियन एम्बाप्पे भी खेल में उतरे और उन्होंने जीत के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैच के अंतिम पलों में विनिसियस के एक और चालाकी भरे खेल के बाद रेफरी ने दूसरी पेनल्टी दी, जिसे एम्बाप्पे ने निश्चितता से कन्वर्ट किया। इससे रेयाल मैड्रिड की जीत सुनिश्चित हो गई।
मैच की रेटिंग:
विनिसियस जूनियर:
विनिसियस जूनियर को इस मैच में 9/10 की रेटिंग दी गई है। उनकी खेलने की शैली ने टीम को जीवनदान दिया और वे विपक्षी टीम पर भारी पड़े। उनके द्वारा जीती गई पेनल्टी और उसकी कन्वर्जन ने टीम को बढ़त दिलाई।
केलियन एम्बाप्पे:
एम्बाप्पे को 8.5/10 की रेटिंग मिली है। उन्होंने भी अपने खेल का स्तर ऊंचा रखा और एक महत्वपूर्ण पेनल्टी को सटीकता के साथ गोल में परिवर्तित किया।
मैच की प्रमुख घटनाएं:
- विनिसियस जूनियर का शानदार प्रदर्शन, जिसने सबसे ज्यादा प्रभावित किया।
- एस्पेनयॉल का दूसरा हाफ में कड़ा मुकाबला, लेकिन अंतिम क्षणों में विफलता।
- रेफरी के द्वारा दी गई दो महत्वपूर्ण पेनल्टी, जिसने मैच का निर्णय किया।
- कार्लो एंसीलोटी की रणनीति ने टीम को वापसी करने में मदद की।
इस जीत के बाद, रेयाल मैड्रिड के फैंस और कोचिंग स्टाफ दोनों ही बहुत खुश हैं। एंसीलोटी ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'विनिसियस और एम्बाप्पे ने जिस प्रकार का प्रदर्शन किया, उससे मैं बहुत गर्वित हूं। टीम की एकजुटता और संकल्पना ने हमें ये जीत दिलाई।'
अंततः, इस मैच ने यह साबित किया कि कैसे एक खिलाड़ी अपने उत्कर्ष प्रदर्शन से मैच का पूरा परिदृश्य बदल सकता है। विनिसियस जूनियर और केलियन एम्बाप्पे ने इस मैच में निराशाजनक शुरुआत के बाद भी टीम को विजय पथ पर ला दिया। इससे रेयाल मैड्रिड की टीम मनोबल में एक बड़ा उछाल आया है। आने वाले मैचों में भी इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद है।
Srinath Mittapelli
विनिसियस ने तो बस एक बार जबरदस्ती दिखाई थी और पूरा मैच बदल गया ये तो बस एक खिलाड़ी की ताकत है जब वो अपने आप को खो दे और बस खेलने लगे
Kotni Sachin
मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ, कि एम्बाप्पे का वो दूसरा पेनल्टी... वो तो बिल्कुल बारिश के बाद का सूरज था... जब सब थक गए थे, तब उन्होंने दिखाया कि असली लीजेंड कैसे बनते हैं... और हाँ, विनिसियस का वो ड्रिबल, वो तो बस एक नृत्य था... बिना किसी गलती के... बस बार-बार बार...
Nathan Allano
असल में ये मैच देखकर लगा जैसे कोई फिल्म देख रहा हो जिसमें हीरो शुरू में डूब रहा हो, फिर धीरे-धीरे उठता है, और अंत में सबको चौंका देता है... विनिसियस की वो तेज़ी, जैसे बिजली का झटका... और एम्बाप्पे का वो शांत अंदाज़, जैसे बर्फ का टुकड़ा जो आग में भी नहीं पिघलता... एंसीलोटी को तो बहुत बधाई... उन्होंने ठीक समय पर बदलाव किया, बस वो एक बदलाव नहीं, बल्कि एक ब्रेकथ्रू था...
और हाँ, एस्पेनयॉल के लिए भी सम्मान... उनका दूसरा हाफ देखकर लगा कि वो जीतने वाले हैं... लेकिन रेयाल के दिल में आग थी... और वो आग ने सब कुछ जला दिया...
Raj Kamal
ये मैच तो बस एक दिल की धड़कन थी जो शुरू में धीमी थी फिर तेज़ हो गई... मुझे लगता है कि विनिसियस के बाद जब एम्बाप्पे आया तो एस्पेनयॉल की रक्षा का दिमाग ही बंद हो गया क्योंकि दोनों ने अलग अलग तरीके से दबाव बनाया... विनिसियस ने तेज़ी से और एम्बाप्पे ने धीमे लेकिन बहुत ठोस तरीके से... और मैं तो सोच रहा था कि क्या ये दोनों एक टीम में हैं या दो अलग टीमें हैं जो एक साथ खेल रही हैं... और ये पेनल्टी दोनों के लिए बहुत जरूरी थी क्योंकि एक ने टीम को बचाया और दूसरे ने उसे बचाए रखा... और अगर एंसीलोटी ने विनिसियस को नहीं उतारा होता तो शायद आज ये मैच बर्बाद हो जाता... और ये बात तो सब जानते हैं कि बदलाव के बिना कोई जीत नहीं होती...
Rahul Raipurkar
यह मैच एक असली निर्णायक घटना थी, जिसने खेल के दर्शन को एक नई दिशा दी। विनिसियस का व्यक्तित्व, जो शुरू में अनदेखा था, अंत में एक ऐतिहासिक अवसर बन गया। यह दर्शाता है कि आधुनिक फुटबॉल में, व्यक्तिगत उत्कृष्टता का महत्व टीम संगठन को पार कर गया है। एम्बाप्पे का योगदान, हालांकि महत्वपूर्ण था, लेकिन वह एक अनुगामी था, न कि एक नेता। यह दर्शाता है कि एक टीम का असली नेतृत्व किसके हाथों में होता है। एंसीलोटी की रणनीति, जो एक नियंत्रित अस्तित्व का प्रतिनिधित्व करती है, ने एक आधुनिक राजनीति का अनुकरण किया है। यह मैच केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक सामाजिक विश्लेषण है।