जब पीटर शिफ़, प्रमुख निवेशक और बिटकॉइन के मुखर आलोचक ने 4 अक्टूबर 2024 को अपने X (पहले ट्विटर) पर एक तीव्र भविष्यवाणी की, तो वित्तीय जगत में हलचल मच गई। उन्होंने कहा कि अगर Nasdaq Composite Index बुलमार्केट में प्रवेश करता है, तो दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन $20,000 से नीचे गिर सकता है। यह चेतावनी सिर्फ एक राय नहीं, बल्कि Nasdaq और बिटकॉइन के बीच के ऐतिहासिक सहसंबंध पर आधारित है, जिसे शिफ़ ने अपने कई पिछले बाजार‑क्रैश विश्लेषणों से जोड़ा है।
बिटकॉइन की कीमतें अक्सर अमेरिकी तकनीकी शेयरों के आंदोलन से प्रभावित होती हैं। पिछले पाँच साल में Nasdaq के दो प्रमुख गिरावट के दौरों में, बिटकॉइन ने भी समान रेखा का अनुसरण किया। शिफ़ ने बताया कि 12% गिरावट (जो तब के आंकड़े थे) पहले ही Nasdaq में देखी जा चुकी थी, और यदि यह गिरावट 20% तक बढ़ जाती है, तो बिटकॉइन की कीमत लगभग $65,000 तक पहुँच सकती है। यह आंकड़ा उस समय के Bitcoin की औसत कीमत $68,300 से थोड़ा नीचे है, इसलिए शिफ़ का अंतर्दृष्टि बहुत ही संवेदनशील लग रहा है।
संदर्भ के लिए, शिफ़ ने तीन प्रमुख बाजार‑क्रैश का उल्लेख किया: डॉट‑कॉम बबल के फटने के बाद Nasdaq लगभग 80% गिरा, 2008 की वित्तीय संकट में 55% और 2020 के COVID‑19 ध्वस्तकाली के दौरान लगभग 30%। इन आँकड़ों को देखते हुए, उन्होंने अनुमान लगाया कि यदि Nasdaq 40% गिरता है, तो बिटकॉइन $20,000 या उससे नीचे उतर सकता है। यह अनुमान न केवल तकनीकी विश्लेषण पर, बल्कि पिछले बाजार‑साइकल की गहन समझ पर आधारित है।
शिफ़ की चेतावनी 4 अक्टूबर 2024 को X पर पोस्ट की गई, जहाँ उन्होंने लिखा: "अगर Nasdaq 20% नीचे गिरता है, तो बिटकॉइन लगभग $65K होगा।" उसी पोस्ट में उन्होंने आगे कहा, "अगर Nasdaq 40% नीचे गिरता है, तो बिटकॉइन $20K या उससे नीचे जा सकता है।" इसका मतलब यह नहीं है कि वह Bitcoin को पूरी तरह से नकारते हैं, बल्कि वे जोखिम‑प्रबंधन की बात कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह का जोखिम संस्थागत निवेशकों के लिए भी गंभीर हो सकता है, जिन्हें हालिया Spot Bitcoin ETF प्रविष्टियों के कारण बहुत सकारात्मक दृष्टिकोण मिला है।
शिफ़ के अनुसार, Nasdaq में गिरावट का कारण केवल टेक्नोलॉजी कंपनियों की कमजोर प्रॉफिट नहीं, बल्कि व्यापक जोखिम‑संपत्ति वर्गों में फीड‑फ़ॉरवर्ड मैकेनिज्म भी है। जब स्टॉक मार्केट में व्यापक गिरावट आती है, तो निवेशक अक्सर अपने जोखिम‑भरे पोर्टफोलियो को बेचते हैं, और बिटकॉइन जैसे डिजिटल एसेट्स भी इस प्रवाह में बँध जाते हैं। यह तर्क शिफ़ द्वारा कई बार दोहराया गया है, विशेषकर 2020 के COVID‑क्रैश के बाद के बाजार‑विचार में।
शिफ़ की चेतावनी के विपरीत, कई विश्लेषकों ने Bitcoin के लिए बहुत अधिक आशावादी भविष्यवाणी की है। कुछ प्रमुख संस्थागत शोध फर्मों ने बताया कि 2025 तक Bitcoin $77,000 से $155,000 के बीच ट्रेड कर सकता है, और कुछ ने हाल ही में $125,689 के रिकॉर्ड स्तर की बात कही है। इन विश्लेषकों के अनुसार, Spot Bitcoin ETF की बड़ी माँग, संस्थागत निवेशकों का निरंतर प्रवाह, और निप्पीवेतर देशों में बढ़ती अपनाने की दर बिटकॉइन को एक अलग परिसंपत्ति वर्ग बनाते हैं, जिसमें वह पारंपरिक स्टॉक‑मार्केट से कुछ हद तक स्वतंत्र हो सकता है।
एक प्रसिद्ध क्रिप्टो‑विशेषज्ञ, एड्रियन थॉमस ने कहा, "Nasdaq में गिरावट का सम्भावित असर हो सकता है, पर Bitcoin का बाजार‑गहराई (depth) और वैश्विक उपयोग हद से ज्यादा विविधीकरण वाला है।" वह यह भी जोड़ते हैं कि 2021 के बाद से Bitcoin की वॉल्यूम और मौद्रिक नीति में बदलाव नहीं देखते हुए, मार्केट‑ड्राइवर अब केवल टेक‑स्टॉक्स नहीं, बल्कि व्यापक मैक्रो‑इकोनॉमिक घटकों तक फैला है।
वास्तव में, इस प्रकार का जोखिम न केवल निवेशकों के पोर्टफोलियो को प्रभावित करता है, बल्कि नियामक नज़रिए से भी सवाल उठाता है। कई देशों में, बिटकॉइन को अभी भी व्यापक वित्तीय प्रणाली में एम्बेड करने के लिये कड़े नियामक फ्रेमवर्क की आवश्यकता है। यदि कीमतें नीचे गिरती हैं, तो नियामक संस्थाएँ संभावित ‘बाजार‑प्लैटफ़ॉर्म’ जोखिमों की समीक्षा कर सकती हैं।
अगले कुछ हफ्तों में Nasdaq की दिशा देखना सबसे महत्वपूर्ण होगा। यदि तकनीकी शेयरों में आगे गिरावट देखी जाती है, तो शिफ़ का मॉडल एक चेतावनी स्वरूप पुनः प्रकट हो सकता है। दूसरी ओर, यदि निरंतर संस्थागत पूँजी प्रवाह और नए Spot Bitcoin ETF लॉन्च होते रहते हैं, तो Bitcoin अपने ‘सुरक्षित‑गंतव्य’ के रूप में पुनः स्थापित हो सकता है।
व्यापक अर्थ में, यह द्वंद्व दर्शाता है कि डिजिटल एसेट्स को पारंपरिक बाजार‑संकल्पनाओं में कैसे फिट किया जाए। निवेशकों को संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए: जोखिम‑प्रबंधन के साथ साथ नवीन तकनीकी विकास को भी पहचानना आवश्यक है।
बिटकॉइन की कीमत अक्सर Nasdaq में बदलाव के साथ दोहराव दिखाती है। 2018‑2020 के दौरान, Nasdaq में 30% गिरावट के साथ बिटकॉइन में लगभग 25% की गिरावट देखी गई। शिफ़ के अनुसार, यह सहसंबंध जोखिम को बढ़ा सकता है।
पीटर शिफ़ ने कहा कि 20% गिरावट पर बिटकॉइन लगभग $65,000 तक गिर सकता है, जो वर्तमान $68,300 से लगभग 5% कम है। यह अनुमान उनके पिछले डेटा‑विश्लेषण पर आधारित है।
Spot Bitcoin ETF संस्थागत निवेशकों को सीधे बिटकॉइन एक्सपोजर देता है, जिससे बाजार में तरलता बढ़ती है। अगर बाजार में गिरावट आती है, तो ETF के माध्यम से निकासी भी तेज़ हो सकती है, जिससे कीमतें तेजी से नीचे गिर सकती हैं।
एड्रियन थॉमस जैसे कई विश्लेषकों ने कहा कि Bitcoin का मौलिक मूल्य केवल Nasdaq से नहीं, बल्कि वैश्विक अपनाने और मौद्रिक नीति से जुड़ा है। वे भविष्य में $77,000‑$155,000 के रेंज की संभावना देखते हैं।
अगर बिटकॉइन में तेज़ गिरावट आती है, तो अमेरिकी SEC और अन्य नियामक संस्थाएँ ‘बाजार‑स्थिरता’ के मुद्दे पर पुनः विचार कर सकती हैं, जिससे नए नियमों की संभावना बढ़ सकती है।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|
Mayank Mishra
पीटर शिफ़ के विश्लेषण में Nasdaq और बिटकॉइन के बीच ऐतिहासिक सहसंबंध का उल्लेख काफी दिलचस्प है। अगर Nasdaq की गिरावट 40% तक पहुंचती है, तो बिटकॉइन के $20K से नीचे जाने की संभावना कमजोर नहीं लगती। यह लिंक उन वर्षों की डेटा पर आधारित है जब तकनीकी शेयरों ने बड़े डिप्रेशन देखे थे। लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि क्रिप्टो मार्केट की अस्थिरता अलग भी हो सकती है। इसलिए जोखिम प्रबंधन को प्राथमिकता देना चाहिए, खासकर संस्थागत निवेशकों के लिए।
Arjun Dode
भाई, इस पोस्ट ने तो मुझको पूरी तरह से जगाया! Nasdaq की गिरावट और बिटकॉइन के बीच का कनेक्शन समझना जरूरी है। चलो सभी मिलकर इस बात पर ध्यान दें कि पोर्टफ़ोलियो में विविधता रखें। आज के बाजार में उत्साह और सावधानी दोनों चाहिए।
santhosh san
बाज़ार में सब कुछ झूठ ही है।
Raj Bajoria
Nasdaq‑बिटकॉइन लिंक को नजरअंदाज नहीं कर सकते। इतिहास ने यही सिखाया है। सावधानी बरतें।
Poorna Subramanian
डेटा दर्शाता है कि जब Nasdaq में 20% गिरावट आती है तो बिटकॉइन लगभग $65K तक गिर सकता है यह विश्लेषण परखा गया है और कई बार पुष्टि हुई है इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए
Soundarya Kumar
सच में, अगर Nasdaq के बड़े मूवमेंट आते हैं तो बिटकॉइन की कीमतों पर असर पड़ेगा, लेकिन मैं यह भी मानता हूँ कि क्रिप्टो की खुद की स्वतंत्र उपयोगिता है। इसलिए सिर्फ इंडेक्स पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। दीर्घकालिक विकास को देखते हुए बिटकॉइन के पास अभी भी बहुत संभावनाएँ हैं।
Sudaman TM
हा हा, सब्ब लोग Nasdaq‑बिटकॉइन को लेकर पैनिक मोड में हैं 😜 लेकिन याद रखो, मार्केट में हमेशा उलटा भी हो सकता है, और कभी‑कभी बिटकॉइन उछाल मारता है 🚀
Rohit Bafna
Nasdaq‑बिटकॉइन प्रतिचक्रीय मॉडल को समझने के लिए हमें परस्पर निर्भरता के बहुस्तरीय मैकेनिज़्म का विश्लेषण करना आवश्यक है।
पहले, इक्विटी मार्केट में जोखिम‑प्रोफ़ाइल शिफ्ट होते ही तरलता का पुनः वितरण क्रिप्टो‑एसेट वर्ग में प्रवाहित होता है।
दूसरा, फिड्यूशियरी संस्थान के एसेट एलोकेशन एल्गोरिदम में वैरिएंस‑कोवेरियंस मैट्रिक्स को पुनः गणना की जाती है, जिससे बिटलैटिस टोकन की अपेक्षित रिटर्न रेट में परिवर्तन होता है।
तीसरा, मैक्रो‑इकोनॉमिक संकेतकों जैसे फेडरल रिज़र्व की ब्याज दर रणनीति और इनफ्लेशन प्रोजेक्शन सीधे तौर पर रीस्क्यू‑इट्रैजिंग मॉडल को प्रभावित करते हैं।
चौथा, मार्केट माइक्रोस्ट्रक्चर में बिड‑आस्क स्प्रेड की विस्तृत मोनिटरिंग यह दर्शाती है कि स्टॉक‑इंडेक्स गिरावट के दौरान वैल्यू‑ऐड सर्विसेज़ की क्वालिटी में गिरावट आती है, जो क्रिप्टो‑मार्केट में एंट्री बिंदु बनती है।
पाँचवा, ऐतिहासिक डेटा से यह स्पष्ट है कि 20‑30% Nasdaq ड्रॉप के बाद बिटकॉइन के मूल्य में औसतन 12‑15% की प्रतिकूलता देखी गई है, जबकि 40% गिरावट पर यह प्रतिकूलता 60‑70% तक बढ़ जाती है।
छठा, जोखिम‑समायोजित रिटर्न (Sharpe Ratio) की गणना में टेक‑स्टॉक की वैरिएंस को घटाकर बिटकॉइन की वैरिएंस को जोड़ने से पोर्टफ़ोलियो की स्टेबलिटी में कमी आती है।
सातवाँ, नियामकीय पर्यावरण में परिवर्तन, जैसे SEC की नई गाइडलाइन, इंट्रादे‑ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगाते हैं, जिससे लीवरेज‑डेडिकेटेड फंड्स का बिहेवियर अत्यंत संवेदनशील हो जाता है।
आठवाँ, ब्लॉकचेन नेटवर्क की हैश रेट में डिपेंडिंग सेंटरलाइज्ड मॉनिटरिंग टूल्स की एरर मार्जिन घटती है, जिससे ट्रांज़ैक्शन फीस में उतार‑चढ़ाव आता है, जो मूल्य को नीचे धकेलता है।
नौवाँ, एसेट‑कोरिलेशन मैट्रिक्स की डायनामिक रीबैलेंसिंग पॉइंट्स को समझना अत्यावश्यक है, क्योंकि ये बिंदु अक्सर मार्केट‑ट्रेंड के परिवर्तन को प्रोएक्टिव रूप से संकेत देते हैं।
दसवाँ, निवेशक सेंटिमेंट एनालिटिक्स से पता चलता है कि नकारात्मक प्राइस एक्शन के दौरान सोशल मीडिया में नकारात्मक बायस ~68% तक पहुंच जाता है, जिससे स्पेकुलेटिव प्रेशर बढ़ता है।
ग्यारहवाँ, अंत में, यह विचारणीय है कि यदि Nasdaq द्वारा 40% गिरावट वास्तविकता बनती है, तो बिटकॉइन के $20K लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लिक्विडिटी स्किन और मार्जिन कॉल प्रेशर का समग्र प्रभाव अपरिहार्य हो जाता है।
उपरोक्त बिंदुओं को सम्मिलित करके हम एक समग्र प्रेडिक्टिव फ्रेमवर्क तैयार कर सकते हैं, जो निवेशकों को संभावित बॉटलनेक और रिस्क‑कंटेज़न रणनीति बनाते समय मदद करेगा।
Minal Chavan
उल्लेखित डेटा और विश्लेषण के प्रकाश में, यह स्पष्ट हो जाता है कि नियामक प्रवर्तन और संस्थागत प्रवेश दोनों ही बिटकॉइन के मूल्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। इस संदर्भ में सावधानीपूर्वक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है।
Rajesh Soni
सही है, लेकिन इस बात को समझना जरूरी है कि Nasdaq‑बिटकॉइन संबंध हमेशा रैखिक नहीं रहता। कभी‑कभी बाजार की अराजकता हमें जटिल इंटरेक्शन की ओर ले जाती है, इसलिए फोकस रखना चाहिए कि पोर्टफ़ोलियो की रक्षा के लिए हेजिंग रणनीति अपनाएं।
Nanda Dyah
व्यवस्थित विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि Nasdaq के गिरावट के समय बिटकॉइन की कीमत में संभावित गिरावट का जोखिम मात्रात्मक रूप से प्रकट होता है, और यह जोखिम विभिन्न मैक्रो‑इकोनॉमिक कारकों के संयोजन से उत्पन्न होता है।
vikas duhun
क्या बात है! Nasdaq जैसे बड़े सूचकांक की गिरावट के साथ बिटकॉइन को नीचे लाने की कोशिश ही एक राष्ट्रीय आर्थिक आत्मग्लानी है! जब तक हमारे राष्ट्रीय हित इसमें सम्मिलित नहीं होते, तब तक ऐसी भवष्यवाणी व्यर्थ ही रहेगी। हमें अपने वित्तीय स्थिरता को बढ़ाकर इस विदेशी बाजार की चाबियों को तोड़ना चाहिए।
Nathan Rodan
सभी की बातों को मिलाकर एक निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि Nasdaq और बिटकॉइन के बीच का संबंध द्विपक्षीय है, अर्थात् एक दिशा में प्रभाव डालता है और दूसरी दिशा में प्रतिक्रिया भी मिलती है। सबसे पहले, हम यह स्वीकार करते हैं कि ऐतिहासिक डेटा में स्पष्ट सहसंबंध मौजूद है, जो तकनीकी शेयरों की गिरावट को बिटकॉइन की मूल्य गिरावट के साथ जोड़ता है। दोबारा विचार करने योग्य बात यह है कि यह सहसंबंध हमेशा स्थिर नहीं रहता; बाजार की प्रवृत्तियों, नियामकीय नीतियों, और वैश्विक आर्थिक स्थितियों के बदलने पर यह अस्थिर हो सकता है। इसलिए निवेशकों को केवल इस एक पैरामीटर पर भरोसा नहीं करना चाहिए, बल्कि पोर्टफ़ोलियो में विविधता, रिस्क मैनेजमेंट, और लिक्विडिटी की स्थिति को भी समान रूप से महत्व देना चाहिए। अंत में, यह कहा जा सकता है कि निवेशक को एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए-निश्चित रूप से Nasdaq‑बिटकॉइन मॉडल पर नज़र रखना आवश्यक है, परंतु उसके साथ ही अन्य मौलिक संकेतकों और संस्थागत प्रवाह को भी ध्यान में रखना चाहिए। यह कुल मिलाकर एक सुनियोजित निवेश रणनीति को सक्षम बनाता है।