ओडिशा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BSE) ने हाल ही में कक्षा 10 (मैट्रिक) के परिणाम घोषित किए हैं। अब सभी की निगाहें 12वीं कक्षा के परिणाम पर हैं, जो 4:30 बजे घोषित होने की उम्मीद है। इस वर्ष 12वीं की परीक्षाओं में कुल 3,84,597 छात्रों ने विभिन्न स्ट्रीम्स जैसे कला, विज्ञान और वाणिज्य में हिस्सा लिया था। परीक्षाएं 16 फरवरी से 20 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं।
छात्र अपने परिणाम आधिकारिक वेबसाइट्स chseodisha.ac.in और orissaresults.nic.in पर देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने रोल नंबर और जन्म तिथि का उपयोग करना होगा। बहुत से छात्र और उनके माता-पिता परिणाम जानने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वेबसाइट्स को सुचारू रूप से चलाने और छात्रों को आसानी से अपने परिणाम देखने में मदद करने के लिए बोर्ड ने सभी आवश्यक तैयारियाँ की हैं।
ओडिशा बोर्ड के 12वीं कक्षा के परीक्षाओं को पास करने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय के थ्योरी और प्रैक्टिकल हिस्से में कम से कम 33% अंक प्राप्त करने होंगे। इसके अलावा, कुल मिलाकर भी न्यूनतम 33% अलंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इससे पहले 10वीं कक्षा में ओवरऑल पास प्रतिशत 96.07% था, जिसमें लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया था। लड़कियों का पास प्रतिशत 96.73% था जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 95.39% था।
छात्र अपने परिणाम आधिकारिक वेबसाइट्स orissaresults.nic.in और chseodisha.nic.in पर लॉग इन कर देख सकते हैं। अगर किसी छात्र को उनके स्कोर से संबंधित किसी भी प्रकार का संदेह होता है, तो वे पुनर्मूल्यांकन (Revaluation) के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, इस वर्ष परीक्षा प्रक्रिया और परिणाम घोषित करने का प्रयास बोर्ड की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों के शिक्षण और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
यदि किसी छात्र को अपने परिणाम में कोई गलती लगती है या वे अपने प्राप्त अंकों से असंतुष्ट हैं, तो बोर्ड पुनर्मूल्यांकन विकल्प भी प्रदान करता है। पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा और निर्धारित शुल्क जमा करना होगा। बोर्ड निश्चित रूप से छात्रों की शिकायतों का निवारण करेगा और उन्हें निष्पक्ष परिणाम प्रदान करेगा।
नया शैक्षणिक सत्र पहले से ही करीब आने वाला है, और छात्रों को परिणामों के आधार पर अपने नए शैक्षणिक कार्यक्रमों की योजना बनानी होगी।
बोर्ड ने 12वीं कक्षा के परिणामों के लिए सारे आवश्यक प्रबंधन किए हैं। यह भी उम्मीद है कि इस वर्ष का परिणाम पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर होगा। छात्रों को अपने भविष्य की अच्छी योजना बनाने के लिए सही सलाह दी जा रही है।
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Laura Balparamar
अंतिम बार जब मैंने रिजल्ट चेक किया तो साइट डाउन हो गई थी। इस बार तो बस फ्रीज न हो जाए यार। मैंने अपनी सारी उम्मीदें इसी रिजल्ट पर टिका रखी हैं।
Shivam Singh
ये बोर्ड तो बस इंतजार करवाने में माहिर हैं। लड़कियों का पास प्रतिशत 96.73% है और लड़कों का 95.39%... यानी हम लोग बस रिजल्ट देखने के लिए टाइम बर्बाद कर रहे हैं। 😅
Piyush Raina
ओडिशा में शिक्षा का स्तर बहुत ऊंचा है लेकिन इसके बावजूद लोग अभी भी रिजल्ट चेक करने के लिए दो अलग-अलग वेबसाइट्स पर जाते हैं। एक एकीकृत पोर्टल क्यों नहीं? ये असंगठित प्रणाली बहुत पुरानी लगती है।
Srinath Mittapelli
मैंने अपने भाई के रिजल्ट के लिए तीन बार रिफ्रेश किया। बोर्ड ने तो बस एक लिंक डाल दिया है बाकी सब अपने आप हो जाएगा। पर ये वेबसाइट तो इतनी भारी है कि मेरा मोबाइल भी ठिठक गया। अगर ये बोर्ड डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की बात कर रहा है तो पहले अपनी वेबसाइट को तो सुधार लो।
मैंने देखा कि कई छात्रों ने रिवल्यूएशन के लिए आवेदन किया है। इसका मतलब है कि कुछ जगह गलतियां हुई होंगी। बोर्ड को इसकी जानकारी तो होनी चाहिए।
हमारे गांव में एक टीचर ने बच्चों को गाइड किया कि वे अपने रोल नंबर और जन्म तिथि एक नोट में लिख लें। इससे उन्हें बार-बार लिखने की जरूरत नहीं पड़ी। ये छोटी बातें बहुत मदद करती हैं।
मैंने देखा कि कई लोग अभी भी एक्सेल शीट में अंक डालकर देख रहे हैं। ये तो बहुत पुराना तरीका है। अब तो ऐप भी हैं।
मैंने अपनी बहन को रिजल्ट देखने के लिए बुलाया था। वो बोली अगर मैं पास नहीं हुई तो मैं इंजीनियरिंग छोड़ दूंगी। मैंने उसे बताया कि एक रिजल्ट से जीवन नहीं बदलता।
हमारे टाइम में तो रिजल्ट कागज पर आता था। अब तो स्क्रीन पर आ गया। तकनीक बदली लेकिन उत्सुकता वही है।
मैंने एक दोस्त को देखा जो अपने रिजल्ट के बाद बाहर चला गया। वो बस बैठ गया और आसमान की ओर देख रहा था। उसका चेहरा बहुत शांत था।
मैंने अपने छोटे भाई को बताया कि अगर तुम्हारा रिजल्ट अच्छा नहीं आया तो तुम दोबारा दे सकते हो। लेकिन अगर तुम डर जाओगे तो तुम हार जाओगे।
मैंने देखा कि बहुत से लोग अपने रिजल्ट के बाद सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। ये अच्छी बात है। ये उन्हें आत्मविश्वास देता है।
Vineet Tripathi
मैंने अपने दोस्त को रिजल्ट देखने के लिए बुलाया था। उसने कहा अगर मैं पास नहीं हुआ तो मैं घर जाऊंगा। मैंने उसे बताया कि तू तो बस एक रिजल्ट देख रहा है। जिंदगी तो अभी शुरू हुई है।
Dipak Moryani
क्या ये वेबसाइट अभी तक नहीं चली? क्या बोर्ड ने टेस्टिंग तो की थी?
Subham Dubey
ये सब एक बड़ा षड्यंत्र है। बोर्ड जानता है कि अगर अधिक छात्र पास हो जाएंगे तो शिक्षा के लिए फंडिंग कम हो जाएगी। इसलिए वे जानबूझकर वेबसाइट धीमी कर रहे हैं। इस तरह से वे लोगों को डरा रहे हैं।
Rajeev Ramesh
पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया बहुत जटिल है। इसमें अतिरिक्त शुल्क लगता है जो कि आम छात्रों के लिए असहनीय है। इसके अलावा, प्रक्रिया में लंबा समय लगता है। यह न्यायसंगत नहीं है।
Vijay Kumar
रिजल्ट आएगा। बस इतना ही।