जब नश्रा सांधु, बाएँ‑हाथी स्पिनर पाकिस्तान ने 22 सितंबर 2025 को गद्दाफी स्टेडियम, लाहौर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला, तो सबको चकित कर दिया। सिर्फ़ नौ ओवर में 6 विकेट के साथ 26 रन देकर उसने एक नया ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया – एशिया की पहली बाएँ‑हाथी स्पिनर जिसने महिलाओं के वन‑डे अंतरराष्ट्रीय में छः विकेट लिये।
यह मुकाबला पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम के 2025‑26 सीज़न के दक्षिण अफ्रीका दौरे का तीसरा और आखिरी ODI था। पहले दो मैचों में पाकिस्तान ने लगातार हार झेली, इसलिए शेष श्रृंखला को बचाने के लिए यह मैच "मौका‑मोज़ा" बन गया। टीम को पहले बॉलिंग करना था, और इस बार उनके प्रमुख बॉलर नश्रा सांधु को भरोसा दिया गया।
साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का चुनाव किया। शुरुआती ओवरों में उनका टॉप ऑर्डर अपेक्षाकृत स्थिर रहा, लेकिन 8वें ओवर में नश्रा ने अपना पहला विकेट ले कर खेल को बदल दिया। जैसे‑जैसे ओवर बीतते गये, उसका लूपिंग डिलिवरी बैंकरिंग को मुश्किल में डालती गई। 15वीं ओवर तक उसने पाँच विकेट लिये, जिसमें सिबेल्ला मिंट्ज़ (South Africa) और जैडेन वार्ड (South Africa) शामिल थे।
कुल मिलाकर साउथ अफ्रीका केवल 115 रन बनाकर 25.5 ओवर में आउट हो गया, और उनका रन‑रेट 4.48 था – जो इस टीम की ODI औसत से 60 % कम है। नश्रा के 9 ओवर में 2 मेडन, 6 विकेट, 26 रन की आँकड़े देख कर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट में अपना संतोष व्यक्त किया।
नश्रा की 6/26 की फ्रेम ने "इंडिया की एकता बिष्ट" के 5/8 (2017 विश्व कप क्वालिफायर, कोलंबो) के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बिष्ट ने तब बाएँ‑हाथी स्पिनर के लिए "सबसे साकारात्मक" आंकड़े बनाए थे, लेकिन नश्रा ने इसको और ऊपर ले जाया। इस उपलब्धि ने एशियाई महिलाओं के स्पिनर को नई पहचान दिलाई – पहले कभी नहीं देखा गया कि बाएँ‑हाथी स्पिनर इतना प्रभावी हो सके, खासकर तब जब उन्हें एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलना पड़े।
स्पोर्ट्स एनालिस्ट अर्जुन सिंह (क्रिकेट विश्लेषक) ने कहा, "नश्रा की गति, डिफ़ॉल्ट पिच परिस्थितियों और उसकी लूपिंग डिलिवरी का मिश्रण इस कोवर्ट को बेमिसाल बनाता है। वह अपने पैर के फुर्तीले मोड़ से बॉल को बँट देती है, जिससे बैट्समैन को पढ़ना मुश्किल हो जाता है।"
मैच के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने नश्रा को "प्लेयर ऑफ द मैच" के साथ‑साथ एक विशेष प्रशंसा पत्र भी जारी किया। PCB के अध्यक्ष आइशा अहमद ने कहा, "नश्रा ने न सिर्फ़ टीम को बचाया, बल्कि हमारे युवा लड़कियों को भी यह दिखाया कि बड़े मंच पर सफलता पाने के लिए लक्ष्य निर्धारित करना और अथक मेहनत करना जरूरी है।"
टीम कप्तान सलमा इवांस ने टीम के संगठित प्रयास को सराहा और कहा, "हम सब जानते थे कि आज का मैच कठिन होगा, पर नश्रा ने हमें भरोसा दिलाया कि अगर हम दृढ़ रहेंगे तो जीत हमारी ही होगी।" दर्शकों की भी बात अलग नहीं थी – सोशल मीडिया पर #NashraSixWicket हैशटैग हिट हो गया, और कई युवा लड़कियों ने अपने घरों में स्पिनर का अभ्यास शुरू किया।
इस जीत का महत्व केवल इस सीरीज़ तक सीमित नहीं है। विश्व कप 2025, जो भारत‑श्रीलंका के संयुक्त आयोजन में 30 नवंबर से शुरू होगा, के लिये यह एक बड़ा आत्मविश्वास का स्रोत बन गया है। टीम के कोच ज़हरा हसन ने कहा, "नश्रा की इन आँकड़ों से हमें पता चलता है कि हमारी बॉलिंग यूनिट में गहराई है। अब हमें बैटिंग को भी उसी स्तर पर ले जाना है, ताकि समूह रूप में हम टॉप‑टॉपर बन सकें।"
वर्ल्ड कप के आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, वर्ल्ड कप 2025 भारत‑श्रीलंका में कुल 8 टीमें भाग ले रही हैं। पाकिस्तान की अब लक्ष्य केवल ग्रुप स्टेज को जीतना नहीं, बल्कि सेमी‑फ़ाइनल तक पहुंचना है। इस दिशा में नश्रा जैसी खिलाड़ियों की निरन्तरता अहम रहेगी।
ऐसे रिकॉर्ड से युवा लड़कियों को प्रेरणा मिलती है, इसलिए बेसबॉल अकादमी में अब बाएँ‑हाथी स्पिनर के लिए विशेष प्रशिक्षण मोड्यूल शुरू किए जा सकते हैं। साथ ही, चयनकर्ताओं को इस बात का विश्वास रहेगा कि बॉलिंग में विविधता टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना सकती है।
शुरुआती दो खेलों में दक्षिण अफ्रीका की तेज़ बाउंसिंग पिच और उनके शीर्ष क्रम के आक्रमण ने पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी को दबाव में डाल दिया। साथ ही, पाकिस्तान की बॉलिंग में गति वाले पेसरों की कमी थी, जिससे उन्हें शुरुआती ओवरों में कंट्रोल मिलना मुश्किल रहा।
जीत ने टीम के आत्मविश्वास को काफी बढ़ाया है, और विशेष रूप से बॉलिंग यूनिट को नई रणनीतियों की अनुमति दी है। हालांकि, वर्ल्ड कप में क्वालिफायर्स और ग्रुप चरण की प्रतिस्पर्धा कड़ी होगी, इसलिए अभी भी निरन्तर तैयारी और मैदान में अनुशासन आवश्यक है।
वर्ल्ड कप 2025 में टीम के मुख्य बॉलर बनना उसकी प्राथमिकता है। इसके अलावा, वह अपनी वैयक्तिक रैंकिंग को टॉप‑5 में लाने और बाएँ‑हाथी स्पिन में विश्व स्तर पर एक मानक स्थापित करने की चाह रखती हैं।
PCB ने नश्रा को सम्मानित करने के लिए मौद्रिक इनाम, भविष्य की अंतरराष्ट्रीय टूर के लिए प्राथमिकता, और युवा स्पिनर्स के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर की घोषणा की है। उनके इस कदम का उद्देश्य घरेलू टैलेंट को प्रोत्साहित करना और अंतरराष्ट्रीय मंच पर आगे बढ़ाना है।
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Urmil Pathak
नश्रा का प्रदर्शन टीम को पूरी तरह बदल देता है। वह सिर्फ़ 9 ओवर में 6 विकेट लेकर मैच का मोड़ बदल दी।
Neha Godambe
आपकी इस उपलब्धि ने न केवल टीम को बचाया, बल्कि सभी युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है; अब हमें ऐसे ही प्रदर्शन को लगातार बनाए रखने के लिए सख्त प्रशिक्षण कार्यक्रम अपनाना चाहिए।
rupesh kantaria
एहले तुहें कहा जाय कि नशरा कऎ प्रथम बाएँ‑हाथी स्पिनर के रूप में एशिया में ऐसि फीचर पहले कभी न देखी गयी था। उसकी लूपिंग डिलिवरी और पिच की समझ को मिलाकर वह बॉलिंग में ऐसिरा बना। इस परम् प्रदर्शन से यह सिद्ध होता है कि भाऊतिक अनुशासन से क्या‑क्या हासिल किया जा सकता है।।
Nathan Tuon
देखो, इस जीत से हमारे अंदर एक नई ऊर्जा आ गई है। अब हर बॉलर को अपने रोल को गंभीरता से लेना चाहिए।
MD Imran Ansari
नश्रा सांधु ने जो जादू दिखाया, वह शब्दों से परे है।
उसकी लूपिंग डिलिवरी मानो पहेली की तरह बेट्समैन के दिमाग को घुमाती रही।
केवल नौ ओवर में छः विकेट लेना, यह एक बॉलिंग की कहानी का नया अध्याय खोलता है।
इस प्रदर्शन से न सिर्फ़ दक्षिण अफ्रीका की बैटिंग लाइन‑अप ध्वस्त हुई, बल्कि हमारे युवा खिलाड़ियों को आशा की किरण मिली।
साक्षरता के स्तर को देखते हुए, नश्रा की इस जीत ने महिलाओं के क्रिकेट में नई ऊँचाइयों को छूने की प्रेरणा दी।
वह अपनी बॉल के साथ ऐसे मोड़ लेती है जैसे कलाकार अपनी कतीर से चित्र बनाता है।
भवन में हर कोने से उछलते हुए प्रशंसकों की तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देती रही।
इतनी तेज़ और सटीक बॉलिंग देख कर हर कोच का दिल भर आया।
यह भी दिखाता है कि बाएँ‑हाथी स्पिनर की रणनीति में अब नये आयाम जुड़ रहे हैं।
भविष्य में वर्ल्ड कप के मैदान पर भी ऐसे ही मंचीय परफॉर्मेंस देखना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
आज की इस जीत ने पूरे देश में एक जोशीला हौसला भर दिया है।
जैसे ही नश्रा ने अपना अंतिम विकेट ले लिया, मेरे मन में एक ही विचार आया – "हमें और भी ऐसे सितारे चाहिए"।
जैविक रूप से देखा जाये तो उसकी गेंद के स्पिन और गति का संतुलन एक प्राकृतिक विज्ञान की तरह है।
क्रिकेट फैंस को यह याद रखना चाहिए कि कभी‑कभी पिच की छोटी‑छोटी बारीकियों में ही मैच का फैसला छिपा रहता है।
आइए, इस ऊर्जा को हमारी रोज़मर्रा की ट्रेनिंग में भी लागू करें और आगे बढ़ें! 🌟
walaal sanjay
नश्रा का ये शौकतभरा परफॉर्मेंस भारत‑पाकिस्तान के क्रिकेट को नई दिशा देता है!!! उसका प्रत्येक डिलिवरी देशभक्ति का जज्बा ले कर आती है!!! इस तरह के रिकॉर्ड से हमारा राष्ट्रीय गौरव बढ़ता है!!!
Umesh Nair
हाॅ, सब लोग इशको बहुत सराहतें हैं पर असल में ये सिर्फ़ एक सौभाग्य का पल था। जरा सोचो, अगर पिच धूसर नहीं होती तो नश्रा का लूपिंग क्यूँ काम करता? शायद ये सब भाग्य की बात है, न कि कौशल।
Mayur Sutar
नश्रा ने टीम को एक नया भरोसा दिया। उसकी गेंदें आज़ादी की तरह बहती थीं। बच्चो, इस से सीखें कि मेहनत से कुछ भी सम्भव है
Nancy Ortiz
वाह, क्या दिग्गज प्रदर्शन रहा, जैसे कि कोई क्वांटम थ्योरी को चाकू से काट रहा हो। बिल्कुल 'सुपरस्पिन' रिज़ॉल्यूशन के बेपरवाह प्रयोग।
Ashish Saroj( A.S )
आसान नहीं है, लेकिन नश्रा ने सिद्ध कर दिया!! यह सिर्फ़ एक एकल प्रदर्शन नहीं, बल्कि टीम‑डायनामिक्स का नया मॉडेल है!!; कुछ लोग इसे तुच्छ मान सकते हैं, पर आँकड़े बात कहते हैं!!
Adrish Sinha
ऐसी जीत से पूरे देश का उत्साह बढ़ा।
Aayush Sarda
यदि पाकिस्तान अपनी बॉलिंग को इस स्तर पर नहीं लाता, तो वर्ल्ड कप में उनका स्थान केवल एक उपस्थिति रहेगा; इस प्रकार के प्रदर्शन को निरंतरता नहीं मिलती तो राष्ट्रीय गर्व का ह्रास अपरिहार्य है। अतः, बोर्ड को तुरंत व्यापक बॉलिंग विकास योजना लागू करनी चाहिए, अन्यथा प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रों को मात देना असंभव रहेगा।