महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने 27 मई 2024 को एसएससी कक्षा 10वीं का परिणाम घोषित किया है। छात्रों के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि उनकी मेहनत का परिणाम आज सामने आया है। यह परिणाम सुबह 11 बजे घोषित किए गए थे और छात्रों को अद्यतन निष्कर्ष रोल नंबर और माता के नाम के माध्यम से देखा जा सकता है।
छात्र अपने परिणाम आधिकारिक वेबसाइट mahresult.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। इसके लिए, उन्हें अपने रोल नंबर और अपनी माता का नाम दर्ज करना होगा। इसके अतिरिक्त, छात्र अपने संबंधित स्कूलों से अपनी मार्कशीट भी प्राप्त कर सकते हैं।
इस साल, लगभग 17 लाख छात्रों ने एसएससी की परीक्षा दी थी जो कि 2 मार्च से 25 मार्च के बीच आयोजित की गई थी। इस वर्ष का पास प्रतिशत 95.32% रहा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है। पास होने वाले छात्रों की संख्या 8,82,117 है।
कॉनकन डिवीजन ने इस साल सर्वोच्च पास प्रतिशत दर्ज किया है, जो 97.34% है। इसके बाद पुणे डिवीजन का स्थान आता है जिसमें 96.74% छात्रों ने परीक्षा पास की। नागपुर डिवीजन में 96.54% पास प्रतिशत दर्ज किया गया है। दूसरी ओर, सबसे कम पास प्रतिशत अमरावती डिवीजन में है, जो 92.38% है।
पुणे डिवीजन के एक छात्र ने इस साल एसएससी परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इस छात्र ने कुल 700 अंकों में से 696 अंक प्राप्त किए हैं, जो कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
जो छात्र इस वर्ष पास हुए हैं, उनके लिए महत्वपूर्ण है कि वे अपने अगले कदमों की योजना बनाएं। उच्च शिक्षा के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिसमें अति सफलताएँ प्राप्त कर सकते हैं। जो छात्र उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, उन्हें नहीं निराश होना चाहिए और अपनी कमजोरियों पर काम करना चाहिए ताकि आगे बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें।
महाराष्ट्र एसएससी कक्षा 10वीं का परिणाम छात्रों के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलता है। यह समय है कि वे अपने भविष्य की योजना बनाएं और अपने करियर को सही दिशा में आगे बढ़ाएं। इस वर्ष का परिणाम दिखाता है कि मेहनत और लगन से सभी बाधाओं को पार किया जा सकता है।
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Navneet Raj
परिणाम आ गया है, अब बस अगला कदम निकालना है। जो लोग पास हुए हैं, उनके लिए बधाई। जो नहीं हुए, तो ये एक परीक्षा थी, जीवन नहीं। कुछ भी नहीं हारा, बस एक चरण खत्म हुआ।
Soumita Banerjee
95.32% पास रेट? ये तो अब एक फॉर्मलिटी हो गया है। जब तक कोई बोर्ड रिफॉर्म नहीं करता, तब तक ये सिर्फ एक एक्सपेक्टेशन मैनेजमेंट टूल है। असली चैलेंज तो एग्जाम के बाद शुरू होता है - जब बच्चों को अपनी इंटेलिजेंस को एक्टुअल वर्ल्ड में ऐप्लाई करना होता है।
Pradeep Yellumahanti
अमरावती में 92.38% पास रेट? यानी 100 बच्चों में से 8 ने फेल किया। इसे निचला स्तर कहना गलत है। इसे भारतीय शिक्षा प्रणाली की असली ताकत कहो - कि वो भी इतने बड़े बेसलाइन पर काम कर रही है।
shweta zingade
किसी ने भी नहीं बताया कि टॉपर ने कौन सी स्कूल में पढ़ा था? ये जानकारी तो बहुत जरूरी है! अगर वो सरकारी स्कूल से आया है, तो ये एक बड़ा बदलाव है। बस एक बात याद रखो - जो बच्चा 696/700 लाया, वो नहीं बना, वो बना रहा है। तुम भी बन सकते हो। बस एक दिन बदलो, एक घंटा बदलो, एक पेज बदलो।
Pooja Nagraj
परिणाम घोषित हो गया। लेकिन क्या हमने कभी सोचा कि ये सारे अंक वास्तविक ज्ञान को दर्शाते हैं? या ये सिर्फ एक रैंकिंग डिवाइस है जो बच्चों को एक वर्ग में डालता है? शिक्षा का उद्देश्य क्या है? अंक नहीं, जागृति है। और जागृति का अंक कैसे मापा जाएगा?
Anuja Kadam
kya ye sahi hai ki 17 lakh students ke result ko ek website pe dekhna hai? ye system toh 2005 ka lagta hai. koi app nahi hai? koi sms service? kuch toh update karo yaar.
Neel Shah
97.34% in Konkan? 😏 pune 96.74%? ye sab numbers hai… real question: kya konkan ke bacche actually zyada padhte hain ya sirf result manipulate kiye jaate hain? 🤔 aur haan… 696/700? koi 4 marks kaise gawa raha hai? 😂 #educationisabusiness #marksarefake
pk McVicker
Result aaya. Ab karo kuch.
Shalini Thakrar
जब मैंने 10वीं दी थी, तो हमारे घर में रिजल्ट आने तक का इंतज़ार इतना लंबा था कि हमने अपने दोस्तों के रिजल्ट के बारे में बात करना बंद कर दिया था। आज एक क्लिक में सब कुछ आ जाता है। ये तकनीक की बड़ी जीत है... लेकिन क्या हम इस तेज़ी के साथ अपनी भावनाओं को भी अपडेट कर पा रहे हैं? 🌱 एक बच्चे का रिजल्ट उसकी पहचान नहीं होना चाहिए। ये बस एक शुरुआत है।