सोमवार, 10 जून 2025 की शाम केरल के थिरुवनंतपुरम शहर में एक बार फिर उम्मीद और उत्साह का माहौल था। Gorky Bhavan के लॉटरी सेंटर में जब केरल लॉटरी Sthree Sakthi SS-471 के ताजा नतीजे घोषित हुए, तब रायता बिखरने वाले लोगों की धड़कनें तेज़ हो गई थीं। लॉटरी टिकट की कीमत केवल 50 रुपये रखी गई थी, और साप्ताहिक तौर पर 108 लाख टिकट जारी किए गए थे, जिससे लोगों में लंबे समय से उम्मीदें जगी थीं।
सबसे खास बात—इस बार पहला इनाम जीतने वाले को 1 करोड़ रुपये की बंपर राशि मिली। यह रकम किसी भी आम आदमी की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकती है। वहीं दूसरा इनाम 40 लाख और तीसरा इनाम 25 लाख का था। सांत्वना पुरस्कार के रूप में भी विजेताओं को पांच-पांच हज़ार रुपये मिले। टिकट खरीदने वाले हजारों लोगों ने लॉटरी कार्यालय के बाहर या अपने-अपने घरों पर टीवी स्क्रीन, मोबाइल या रेडियो से नतीजे जानने की कोशिश की।
अगर आपका टिकट नंबर इनमें से कोई है—1st Prize: SN 478655, 2nd Prize: SO 232027, 3rd Prize: SP 113044, या फिर SR 206718, SS 354423, ST 800661, SU 753727, SV (जिन्हें सांत्वना इनाम मिला)—तो आप यकीनन खुशकिस्मत हैं। लेकिन, यह खुशी तभी सच होगी जब आप रिजल्ट को विधिवत सत्यापित करेंगे। सभी विजेताओं को अपने टिकट्स Kerala सरकार की राजपत्र (Gazette) में प्रकाशित परिणामों से मिलाना अनिवार्य है।
5,000 रुपये से ज्यादा के इनाम के लिए, टिकट 30 दिनों के भीतर सही विवरणों के साथ लॉटरी कार्यालय में जमा करना अनिवार्य है। अगर इनाम छोटी राशि का है तो अधिकृत लॉटरी दुकानदार से सीधा क्लेम किया जा सकता है। लापरवाही बरतने या देरी करने पर इनाम की दावेदारी खत्म हो सकती है। हर साल यहां लाखों लोग लखपति या करोड़पति बनने का सपना लेकर टिकट खरीदते हैं, मगर असली जीत उन्हीं की होती है जो नियमों का पालन करते हैं।
लॉटरी के इस सिस्टम में पारदर्शिता के लिए हर नतीजा सार्वजनिक रूप से घोषित किया जाता है। जीतने वाले बहुत कम होते हैं, मगर हर हफ्ते कोई-न-कोई नई कहानी जरूर सामने आ जाती है—कभी किसी किसान की, कभी किसी गृहिणी की, तो कभी किसी ऑटो ड्राइवर की।
अब नजरें Sthree Sakthi सीरीज की अगली ड्रॉ SS-472 पर हैं, जिसमें फिर लाखों लोग अपनी किस्मत आजमाएँगे। आप भी टिकट खरीदने से पहले अपने सारे दस्तावेज और नियम पढ़ लेना न भूलें।
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Pallavi Khandelwal
ये लॉटरी वालों को तो अब बस एक नंबर देकर जिंदगी बदल देनी है! मैंने भी 50 रुपये का टिकट खरीदा था, पर अभी तक बार-बार नंबर चेक करते-करते मेरा फोन भी बीमार हो गया है। अगर ये जीत गया तो मैं अपने घर का सारा बिजली बिल बार-बार भर दूंगी।
Mishal Dalal
इस लॉटरी के नियमों को तो समझना ही जरूरी है! अगर आप टिकट खरीदकर भूल गए कि उसे 30 दिन में क्लेम करना है, तो आपकी जिंदगी का एक अवसर चला गया! भारत में अभी भी लोग अपनी किस्मत को बाहर के नंबरों पर टिका रखते हैं-अपनी मेहनत का नहीं! ये बेवकूफी रुकनी चाहिए!
Pradeep Talreja
30 दिन का समय मिलता है। इसे गंवाना बेवकूफी है। टिकट चेक करें। दस्तावेज तैयार रखें। जानकारी अपडेट करें। यही सबसे बड़ी जीत है।
Rahul Kaper
मैंने पिछले हफ्ते एक बूढ़े आदमी को देखा, जो अपने टिकट को गूगल पर चेक कर रहा था। उसकी आँखों में उम्मीद थी। उसने कहा, 'बेटा, अगर ये जीत गया तो मैं अपनी बेटी के लिए दवा खरीद दूंगा।' ये लॉटरी बस नंबर नहीं, एक जिंदगी की कहानी है।
Manoranjan jha
अगर आपका टिकट विजेता है, तो सबसे पहले ऑफिशियल गजेट पर जाएं। फिर अपना टिकट फोटो करें। उसके बाद लॉटरी ऑफिस में जाएं। कभी-कभी लोग टिकट खो देते हैं या गीला कर देते हैं। अगर आपका टिकट अभी भी साफ है, तो आप बहुत खुशकिस्मत हैं।
ayush kumar
मैंने अपने दोस्त को देखा, जिसने लॉटरी जीत ली थी-और फिर उसकी बहन ने उसका फोन चुरा लिया, फिर उसकी बीवी ने घर छोड़ दिया, और अब वो एक छोटे से कमरे में रह रहा है। लॉटरी जीतना आसान है, लेकिन उसे बरकरार रखना... वो तो असली चुनौती है।
Soham mane
अगली ड्रॉ के लिए टिकट खरीदने का निर्णय लेने से पहले, अपने बजट को देख लो। एक हफ्ते में 50 रुपये नहीं, एक महीने में 200 रुपये बचाना ज्यादा बेहतर है। जीतने की उम्मीद करो, लेकिन जिंदगी उस पर न टिकाओ।
Neev Shah
क्या आपने कभी सोचा है कि ये लॉटरी सिस्टम किसके लिए बनाया गया है? क्या ये वाकई गरीबों के लिए है, या फिर ये एक धोखेबाज़ी है जिसमें आपका 50 रुपये एक असली आय का स्रोत बन जाता है? ये नंबर नहीं, ये एक आर्थिक शोषण है।
Chandni Yadav
लॉटरी के नियमों का पालन न करने पर इनाम की दावेदारी खत्म हो सकती है। इस बात का स्पष्टीकरण अनिवार्य है। यहाँ तक कि टिकट की अमूल्यता को भी लिखा जाना चाहिए। अधिकांश लोग इसे बेवकूफी से लेते हैं।
Raaz Saini
आप सब ये बातें कर रहे हो कि टिकट चेक करो, दस्तावेज तैयार रखो... पर क्या किसी ने सोचा कि ये नंबर कैसे बनते हैं? ये सब एक फैक्टरी में होता है। एक आदमी बैठा है, जो अपने फोन पर एक एप्प चला रहा है... और वो नंबर जो आप देख रहे हैं, वो उसने पहले से ही चुन लिया है।
Dinesh Bhat
मैंने एक बार अपने दादा के टिकट को देखा-वो उसे एक छोटे से डायरी में लिखकर रखते थे। उनकी बेटी ने उसे फेंक दिया, और फिर वो नंबर जीत गया। अगर वो टिकट बचता, तो आज उनका घर एक बड़ा बंगला होता। ये बात याद रखो।
Kamal Sharma
भारत में लॉटरी एक सांस्कृतिक परंपरा है। हर हफ्ते घरों में टीवी पर नंबर चेक करने की आदत है। ये बस एक खेल नहीं, ये एक त्योहार है। जब आप अपने पड़ोसी के साथ टिकट खरीदते हैं, तो आप एक छोटी सी आशा को बाँट रहे होते हैं।
Himanshu Kaushik
टिकट खरीदो। नंबर चेक करो। अगर जीते, तो ऑफिस जाओ। अगर नहीं, तो अगले हफ्ते फिर खरीदो। इतना ही। ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं।
Sri Satmotors
हर टिकट एक छोटी सी उम्मीद है। और उम्मीद बहुत कीमती होती है।
Sohan Chouhan
ये लॉटरी सिस्टम फेक है! मैंने अपने दोस्त को देखा जिसने नंबर जीता था और उसका टिकट खो गया... फिर उसके पास एक नकली टिकट था जो उसने ऑफिस में दिया... और वो बंद हो गया! सरकार बस लोगों को धोखा दे रही है!
SHIKHAR SHRESTH
मैंने अपना टिकट खरीदा। नंबर चेक किया। नहीं जीता। लेकिन मैं अगले हफ्ते फिर खरीदूंगा। क्योंकि... क्योंकि अगर मैं नहीं खरीदूंगा, तो कोई और जीत जाएगा। और फिर मैं रोऊंगा।
amit parandkar
ये सब एक बड़ा नेटवर्क है। लॉटरी ऑफिस, सरकार, टीवी चैनल... सब एक साथ काम कर रहे हैं। वो नंबर जो आप देख रहे हैं, वो आपके लिए नहीं, बल्कि उनके लिए बनाया गया है। आपकी उम्मीद की कीमत 50 रुपये है। और उनकी आय लाखों।
Annu Kumari
मैंने अपने बेटे को बताया कि अगर तुम टिकट खरीदोगे, तो तुम अपने दोस्तों के साथ एक छोटी सी खुशी बाँट रहे हो। बस इतना ही। न जीतो, न हारो। बस भाग लो।
Pradeep Talreja
ये टिकट अगर गीला हो गया, तो उसे बरकरार रखने के लिए एक प्लास्टिक कवर में रख लो। बहुत लोग इस बात को भूल जाते हैं।