क्रिकेट दुनिया में हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह कुछ ऐसा कर दिखाए जो उसे अमर बना दे। इंग्लैंड के खिलाड़ी ओली पोप ने हाल ही में ऐसा ही एक कारनामा करके दिखाया है। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कप्तान के रूप में उतरकर पोप ने एक अद्वितीय रिकॉर्ड कायम कर दिया है। उन्होंने सातवां टेस्ट शतक लगाया, और यह हर एक शतक एक अलग प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ था। इस अद्वितीय कारनामे से उन्होंने क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया, जिसमें डॉन ब्रैडमैन, सचिन तेंदुलकर और स्टीव स्मिथ शामिल हैं।
ओली पोप जो इंग्लैंड टीम के स्थाई कप्तान बेन स्टोक्स की अनुपस्थिति में कप्तानी कर रहे थे, अपनी पिछली कुछ मैचों में बड़े स्कोर नहीं बना पाए थे। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ इस मैच में उन्होंने 103 रन सिर्फ 103 गेंदों में बनाकर अपने आलोचकों का मुँह बंद कर दिया। इसी शतक के कारण उन्होंने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया और सभी को यह दिखा दिया कि वे बड़े मुकाबलों के खिलाड़ी हैं।
ओली पोप का हर शतक एक रोमांचक कहानी है। उनका पहला टेस्ट शतक जनवरी 2020 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आया था, जिसमें वे 135* रन बनाकर नाबाद रहे थे। इसके बाद जून 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 145 रन बनाये। दिसंबर 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ 108 रन बनाए, और फिर लॉर्ड्स पर आयरलैंड के खिलाफ 205 रन बनाकर अपना पहला दोहरा शतक लगाने का गौरव प्राप्त किया।
जनवरी 2024 में इंडिया में हैदराबाद में उनके बल्ले से 196 रन निकले और फिर जुलाई 2024 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 121 रन बनाए। अब हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ 103 रन बनाकर उन्होंने एक नया इतिहास रच दिया।
इस उपलब्धि की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि श्री डॉन ब्रैडमैन, सचिन तेंदुलकर और स्टीव स्मिथ जैसे महान बल्लेबाज भी इस तरह का कारनामा नहीं कर पाए थे।
ओली पोप की इस शानदार पारी ने उनके आलोचकों को करारा जवाब दिया है। विशेष रूप से पूर्व इंग्लैंड कप्तान माइकल वॉन जिन्होंने पोप की कप्तानी के काबिलियत पर सवाल खड़े किये थे। पोप ने दबाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन करके अपने कोच और टीममेट्स का विश्वास जीत लिया।
उनके साथी बेन डकेट ने भी पोप की तारीफ करते हुए कहा कि, 'ओली की खिलने की क्षमता और कौशल हमेशा से अविश्वसनीय रहे हैं लेकिन इस बार उन्होंने सिद्ध कर दिया कि वह हर चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।' उनके इस प्रदर्शन ने न केवल इंग्लैंड को सीरीज में जीत दिलाई बल्कि क्रिकेट जगत में उनकी अलग पहचान भी कायम की।
इंग्लैंड ने पहले ही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में दो मैच जीतकर बढ़त बना ली थी और श्रीलंका के खिलाफ उनके कप्तान ओली पोप का शानदार प्रदर्शन टीम की सफलता में नयी ऊर्जा ले आया है।
ओली पोप अब अपनी इस सफलता के बाद आने वाली चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इंग्लैंड टीम के आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण मुकाबले हैं जिनमें उनके अनुभव और कौशल की सख्त जरूरत होगी। पोप का यह प्रदर्शन न केवल उनके क्रिकेट करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है बल्कि आने वाले युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
इस तरह के प्रदर्शन से न केवल खिलाड़ी की आत्मविश्वास बढ़ती है बल्कि पूरी टीम का उत्साह भी ऊँचा रहता है। पोप ने अपनी मेहनत और अभूतपूर्व प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि विलक्षण उपलब्धियाँ हासिल करने के लिए केवल प्रतिभा की जरूरत नहीं होती, बल्कि आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
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