बनी गैंट्ज़ ने इस्तीफा दिया, इजराइल की युद्ध कैबिनेट में तनाव बढ़ा

बनी गैंट्ज़ ने इस्तीफा दिया, इजराइल की युद्ध कैबिनेट में तनाव बढ़ा

बनी गैंट्ज़ का इस्तीफा और गाजा में तनाव

इजराइल की राजनीति में एक नया मोड़ आया है क्योंकि बनी गैंट्ज़, जो प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी रहे हैं, ने युद्ध कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा तब आया है जब गाजा में चल रहे युद्ध में हाल ही में भारी रक्तपात हुआ है। शनिवार को हुए एक सफल बंधक बचाव अभियान के दौरान चार बंधकों को छुड़ाया गया, जिनमें नोआ अर्गमनी भी शामिल थी। नोआ को नॉवा संगीत महोत्सव के दौरान अगवा किया गया था।

बंधकों का बचाव अभियान और उसकी विडंबनाएं

इस बचाव अभियान को सफल माना जा रहा है, लेकिन इसकी कीमत बहुत भारी रही। अभियान के दौरान कम से कम 270 फिलिस्तीनियों की मृत्यु हो गई और 700 से अधिक घायल हो गए। यह दिन युद्ध के सबसे खूनी दिनों में से एक बन गया। बनी गैंट्ज़ ने इस्तीफा देते वक्त एक वक्तव्य में कहा कि नेतन्याहू वास्तविक विजय में बाधा बने हुए हैं। गैंट्ज़ ने बंधकों के परिवारों से माफी मांगी कि वह अधिकांश बंधकों को सुरक्षित वापस लाने में विफल रहे।

राजनीतिक तनाव और आगे की राह

गैंट्ज़ और नेतन्याहू के बीच तनाव पहले से ही बढ़ रहा था, और इस घटना ने उसे और अधिक उग्र बना दिया। गैंट्ज़ ने नेतन्याहू के नेतृत्व पर लगातार सवाल उठाए हैं, विशेषकर युद्ध रणनीतियों को लेकर। उनका मानना है कि नेतन्याहू की नीतियों के कारण ही इजराइल को वास्तविक विजय नहीं मिल पा रही है। उनके इस्तीफे के बाद यह साफ हो गया है कि नेतन्याहू को अब अकेले ही इन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और मध्यस्थता प्रयास

इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की मध्य पूर्व यात्रा प्रस्तावित है, जिसका उद्देश्य इजराइल और हमास के बीच एक संघर्ष विराम समझौते को सुरक्षित करना है। हालांकि, हाल ही में हुए बंधक बचाव अभियान ने इस प्रयास को और भी जटिल बना दिया है। ब्लिंकन के सामने अब एक गंभीर चुनौती है कि वह कैसे इस तनावपूर्ण स्थिति को संभाल सकेंगे और दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता करा सकेंगे।

किसी और मुद्दे पर भी चर्चा

इसके अलावा, अन्य खबरों में फिन्स्टराइड के बाल गिरने की समस्या के लिए प्रयोग को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। पिछले सात सालों में इसकी प्रिस्क्रिप्शन में 200% की वृद्धि देखी गई है, लेकिन इसके संभावित साइड इफेक्ट्स, जिसमें नपुन्सकता भी शामिल है, जो दवा बंद करने के बाद भी बनी रह सकती है, चिंता का विषय बने हुए हैं।

अन्य खबरों में डोनाल्ड ट्रंप अपने हश मनी ट्रायल कन्विक्शन के ऊपर एक प्रोबेशन हियरिंग में शामिल होंगे और नेटिव अमेरिकन एक्टिविस्ट लियोनार्ड पेलटियर एक पूरी पैरोल हियरिंग के लिए तैयार हैं, जो उनकी रिहाई के लिए उनकी आखिरी कोशिश हो सकती है।

निष्कर्ष

इस सब के बीच, यह स्पष्ट हो जाता है कि इजराइल और गाजा की स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण और जटिल हो गई है। राजनीतिक विभाजन, अंतरराष्ट्रीय दबाव और आंतरिक संघर्षों ने स्थिति को और अधिक कठिन बना दिया है। ऐसे में आने वाले दिनों में क्या घटनाक्रम होंगे, यह देखना बाकी है। लेकिन एक बात साफ है कि गजा और इजराइल के लोगों के लिए एक स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान की बहुत जरूरत है।

टिप्पणि

  • Rahul Raipurkar
    Rahul Raipurkar

    इस युद्ध कैबिनेट का सार तो यही है कि नेतन्याहू के लिए बनी गैंट्ज़ का इस्तीफा एक राजनीतिक उपलब्धि है, लेकिन वास्तविकता यह है कि इजराइल की सुरक्षा अब एक अकेले आदमी के हाथों में फंस गई है। जब एक नेता अपने सहयोगियों को बाहर निकालता है, तो वह अपनी शक्ति को नहीं, बल्कि अपनी कमजोरी को दिखाता है। गैंट्ज़ ने जो कहा, वह सच है - विजय के लिए रणनीति चाहिए, न कि बस बम बरसाना।

  • PK Bhardwaj
    PK Bhardwaj

    हम जो देख रहे हैं, वह एक जटिल गेम थ्योरी का उदाहरण है - एक तरफ नेतन्याहू का राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकार का दावा, दूसरी ओर गैंट्ज़ का मानवीय लागत विश्लेषण। लेकिन दोनों विकल्प एक ही सिस्टम में फंसे हुए हैं: एक अपरिवर्तनीय युद्ध-अर्थशास्त्र। जब तक हम यह नहीं समझें कि बंधकों के बचाव के लिए जितने फिलिस्तीनी मारे जाते हैं, उतने ही इजराइली बच्चे भविष्य में बदले की आग में जलेंगे, तब तक यह चक्र बना रहेगा।

  • Soumita Banerjee
    Soumita Banerjee

    अरे यार, फिन्स्टराइड के बारे में बात करो तो बेहतर है। ये सब युद्ध वाली बातें तो बोरिंग हैं। और हां, ट्रंप का हश मनी ट्रायल भी ज्यादा दिलचस्प है।

  • Navneet Raj
    Navneet Raj

    गैंट्ज़ का इस्तीफा एक आत्म-बलिदान है। वह जानता था कि अगर वह रहेगा, तो वह भी इस नीचे के युद्ध का हिस्सा बन जाएगा। अब जो बचे हैं, उन्हें यह फैसला करना होगा - क्या वे एक वास्तविक शांति की ओर बढ़ना चाहते हैं, या फिर बस अपने लिए जीत का नाटक करना चाहते हैं? बंधकों के परिवारों को जवाब चाहिए, न कि बयानबाजी।

  • Neel Shah
    Neel Shah

    क्या आपने देखा? ब्लिंकन आ रहे हैं... और फिर? वो भी बस एक बार फिर फोटो खिंचवाएंगे, फिर जाएंगे... और फिर भी बच्चे मरेंगे... और फिर भी नेतन्याहू बोलेंगे कि “हम जीत रहे हैं”...!!! 😭💥💣 #इजराइलकाबदला #गाजाकासच्च

  • shweta zingade
    shweta zingade

    हां, यह सब बहुत दुखद है... लेकिन अगर हम इस युद्ध के बीच एक नई शुरुआत करें - एक ऐसी शुरुआत जहां बच्चे नहीं, बल्कि बातचीत शुरू हो - तो फिर भी उम्मीद है! गैंट्ज़ ने जो बात कही, वह सच है - लेकिन अब हम सबको उसी रास्ते पर चलना होगा। एक दिन के लिए, बस एक दिन, युद्ध बंद कर दो... और देखो कि क्या होता है। बस एक दिन। बस एक बार। जिंदगी बचाने के लिए।

  • Pooja Nagraj
    Pooja Nagraj

    यह सब एक विश्वासघात की श्रृंखला है - एक राष्ट्रीय नेतृत्व का असफलता का दर्शन। गैंट्ज़ ने जो किया, वह न केवल एक राजनीतिक चरण था, बल्कि एक नैतिक बिंदु था। नेतन्याहू का अभिनय, जिसमें वह अपने विरोधियों को खाली करते हुए अपनी शक्ति को बनाए रखता है, एक अंतर्राष्ट्रीय नाटक है। और जब एक देश अपने नेताओं को नैतिक अपराधी मानता है, तो उसकी आत्मा भी नष्ट हो जाती है। इस युद्ध की वास्तविक निर्माण शक्ति नहीं, बल्कि इसकी नैतिक विफलता है।

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